रायपुर। हाईपावर कमेटी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति का फैसला आने के बाद जोगी की मुश्किलें बढ़ गई हैं वहीं जोगी के ऊपर राजनैतिक हमले भी तेज हो गए हैं। जय छत्तीसगढ़ पार्टी ने अजीत जोगी को फर्जी आदिवासी करार दिया है। पार्टी के नेता अरविंद नेताम और सोहन पोटाई ने आरोप लगाया है कि जोगी आदिवासियों का अहित करते रहे हैं। अरविंद नेताम ने कहा कि जब अजीत जोगी को कांग्रेस प्रवेश कराया जा रहा था तो उन्होंने उस पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि जोगी फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये आरक्षित मरवाही सीट से चुनाव जीते। जब जोगी मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने एसटी वर्ग के आरक्षण के कटौति में वकालत की थी।
सोहन पोटाई ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में 87 अधिकारी ऐसे हैं जो फर्जी आदिवासी हैं और उनके खिलाफ जांच चल रही है। उन्होंने जोगी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कने की मागं करते हुए कहा कि जोगी पर 420 का अपराध दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम के खिलाफ भी कोर्ट की अवमानना के मामले में कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम रमन सिंह ने जानबूझकर फैसले देने में देरी की है। जोगी और रमन के बीच मित्रता रही है इसी का लाभ जोगी को मिलता रहा।
सोहन पोटाई ने कहा कि आदिवासी महासभा में भी जोगी को फर्जी करार दिया गया है। जोगी की प्राथमिक शाला में जाति ईसाई लिखा गया है। जोगी के बेटे अमित पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। अमित का निर्वाचन रद्द किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार आदिवासियों की संस्कृति को खत्म करने में तुली है, बूढ़ातालाब का नाम बदल दिया गया और अब उसे पाटा भी जा रहा है। अंत में उन्होंने कहा कि हम संत कुमार नेताम और नंद कुमार साय के आभारी हैं जो जोगी की जाति को लकेर लड़ते रहे।