महासमुंद. वन विद्यालय महासमुंद के व्याख्यान कक्ष में गुरुवार को वन्यजीव अपराध नियंत्रण संबंधी क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस दौरान मुख्य वन संरक्षक रायपुर (वृत्त रायपुर) राजू अगसीमानी, कलेक्टर प्रभात मलिक, वनमंडलाधिकारी महासमुंद पंकज राजपूत उपस्तिथि रहे.

सामान्य वनमण्डल महासमुंद अंतर्गत मध्य क्षेत्र वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ,जबलपुर (मध्यप्रदेश) के विशेषज्ञों द्वारा वनमंडल महासमुंद, रायपुर, धमतरी, बलौदाबाजार, गरियाबंद और पुलिस विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों के साथ-साथ पंचायती राज संस्था के प्रतिनिधि तथा ग्रामीणों को वन्यजीव अपराध नियंत्रण के लिए क्षमता निर्माण प्रशिक्षण हेतु दिनांक 14.09.2023 और 15.09.2023 तक वन विद्यालय महासमुंद में दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है.

रिसोर्स पर्सन के रूप में WCCB जबलपुर से वन्यजीव निरीक्षक, कौशिक मण्डल के साथ 4 अन्य प्रशिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उक्त प्रशिक्षण/कार्यशाला में वन और वन्यप्राणी अपराध होने पर अपराधियों को पकड़ना, साक्ष्य एकत्रीकरण, साइबर सेल का प्रयोग कर अपराध की जड़ तक पहुंचना आदि के बारे में जानकारी दी गई. आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत करने पर विधि सम्मत और प्रकियासम्मत कमियों को दूर करने का तरीका बताया गया. ताकि न्यायालय के सामने अंततः आरोपियों का दोष सिद्ध किया जा सके.

प्रशिक्षण में वन्यजीव अपराध नियंत्रण करने के लिए डिजिटल फोरेंसिक का उपयोग करना, इंटेलीजेंस कलेक्शन करना, वन्यप्राणी अपराध की जांच, प्रोफेशनल ढंग से फोरेंसिक तकनीकी का उपयोग करने और वन्यजीव के विभिन्न अंगों के पहचान के साथ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं का समुचित प्रयोग के लिए प्रशिक्षण दिया गया.

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