राजकुमार दुबे,भानुप्रतापपुर. जिले के युवा काम के अभाव में दूसरे शहरों में पलायन कर रहे है. इसका नतीजा यह निकल रहा है कि वो किसी हादसे का शिकार हो रहे है. और उनकी मौत हो रही है. जिसके बाद काम करने वाली कंपनी उसकी लाशों को वाहन में रखवाकर घर पहुंचाकर स्वतंत्र हो जा रहे है. मौत की सही वजह भी नहीं बता रहे है. ऐसे में सवाल उठता है कि शासन द्वारा युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं कराने पर ये पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं और हादसे में इनकी मौत हो रही है.

दरअसल ताजा मामला भानुप्रतापपुर थाना क्षेत्र के पेड़ावारी गांव से निकलकर सामने आया है. जहां से युवक 1 अगस्त को बोर गाड़ी में काम करने के लिए इंदौर चला गया था. काम करने के दौरान युवक किसी दुर्घटना का शिकार हो गया जिससे उसकी मौत हो गई है. ये घटना इंदौर के खुड़ेल थाना क्षेत्र में हुआ है. जिसके बाद बोर कंपनी ने युवक के शव को वाहन में रखवाकर उसके साथ एक लिखित लेटर भी भेजा है. जिसमें लिखा गया है कि काम करने के दौरान उसको चोट लग गयी थी. जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है.

मृतक युवक का नाम पतिराम है जो कि पेड़ावारी गांव का रहने वाला है. बता दें कि क्षेत्र में युवाओं को दूसरे शहर में भेजने वाले दलाल भी सक्रिय है. जो युवक-युवतियों को काम के बहाने और अच्छे पैसे देने की लालच देकर शहर से बाहर भेज रहे है. बता दें कि इस तरह का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी जिले से काम से सिलसिले में युवा शहर से पलायन कर चुके है. यहां तक की एक सप्ताह के अंदर अब तक जिले में तीसरी मौत है. इसके बावजूद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.

अब इस मामले में जांच की जरुरत है. क्योंकि युवक की मौत की असल वजह सामने नहीं आ सकी है. इस बात की जानकारी उनके परिजनों को भी नहीं दिया गया है. जब तक पुलिस इस मामले की जांच नहीं करती है तब तक मौत होने की असल वजह साफ नहीं पाएगी. अब देखना यह होगा कि इस मामले में पुलिस क्या कुछ कार्रवाई करती है या नहीं. या फिर ऐसे ही पलायन के बाद मौत का सिलसिला जारी रहेगा.