हर्षराज गुप्ता खरगोन। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते महेश्वर के अहिल्या घाट व काशी विश्वनाथ के गर्भग्रह में पानी आ गया है। वहीं निचली बस्तियों में अलर्ट जारी किया गया है। मंदसौर के अपस्ट्रीम इलाके में लगातार हो रही बारिश के चलते बीती रात शिवना नदी में उफान आ गया। जिसके चलते नदी किनारे बने भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में शिवना नदी के बाढ़ का पानी घुस गया है।

मध्य प्रदेश में लगातार हो रही तेज बारिश के चलते खरगोन जिले के महेश्वर में नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। जिसके चलते महेश्वर के अहिल्या घाट पूरी तरह से डूब गया। साथ ही महेश्वर के अति प्राचीन काशी विश्वनाथ भगवान के गर्भग्राम में भी नर्मदा का जल पहुंच गया।

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प्रीत शर्मा मंदसौर। जिले के अपस्ट्रीम इलाके में लगातार हो रही तेज बारिश के चलते बीती रात शिवना नदी में उफान आने से भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में शिवना नदी के बाढ़ का पानी घुस गया। देर रात करीब ढाई बजे पानी का बहाव बढ़ने के कारण शिवना नदी ने भगवान पशुपतिनाथ के गर्भगृह में प्रवेश कर उनके चार मुख्य का जलाभिषेक किया।

करीब 3 घंटे तक चार मुखों के जलमग्न रहने के बाद सुबह 5 बजे पानी उतरना शुरू हुआ। जिसके बाद प्रबंधन ने मंदिर में साफ सफाई का काम शुरू किया। इस दौरान भक्तों के प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध रहा। वहीं गर्भगृह में सफाई के चलते सुबह 7 बजे होने वाली आरती 8 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुई।

बता दें कि मंदसौर के लिए शिव और शिवना का मिलन बेहद अद्भुत संयोग माना जाता है। इस वर्ष यह पहली बार हुआ है। वर्तमान में शिवना नदी का पानी मंदिर परिसर से उतर गया है। लेकिन शिवना नदी पूरी तरह अपने पूरे वेग से बह रही है।

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