Rajasthan News: झालावाड़. शहर में मंगलवार रात प्रसव के दौरान महिला व बच्चे की मौत हो गई. इस पर परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. जानकारी अनुसार एलएन अस्पताल में सोमवार रात को छापेड़ा, खिलचीपुर (मप्र) निवासी शिवानी पत्नी देवकरण तंवर को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था.

अस्पताल संचालक वरुण व्यास ने बताया कि महिला की सोनोग्राफी कराई गई तो गर्भ में बच्चा मृत मिला. बच्चे की मौत करीब 15 दिन पहले हो चुकी थी. महिला के पेट में मवाद पड़ चुका था. बच्चा उल्टा था और फंसा हुआ था. ऐसे में प्रसव कराना भी काफी रिस्की था. यह सब बातें परिजनों को बताई गई थी. उसके बाद डिलीवरी कराई और बच्चे को निकाला, लेकिन इस दौरान महिला को शॉक लगा और उसकी भी मौत हो गई.

इसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया, जबकि पूरा इलाज उनकी सहमति से ही किया गया और उनको रिस्क के बारे में पहले से ही बता दिया गया था. उधर, महिला के पति देवकरण व अन्य परिजनों ने आरोप लगाया कि दो दिन से महिला भर्ती थी, लेकिन किसी बड़े डॉक्टर को नहीं दिखाया. वहीं जब बच्चा मृत था और अंदर फंसा था तो नॉर्मल डिलीवरी क्यों की.

सीजेरियन कर भी बच्चे को निकाल सकते थे. इससे महिला की जान बच जाती. परिजनों ने आरोप लगाया कि नॉर्मल डिलीवरी से बच्चा निकालने की को शिश की, इसलिए बच्चा फंसा और महिला की मौत हो गई. यह अस्पताल के कार्मिकों की लापरवाही है. हंगामे की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से समझाइश की. मंगलवार देर रात तक परिजनों ने शव नहीं उठाया. मौके पर मौजूद सीआई भूरी सिंह ने बताया कि परिजनों से समझाइश की जा रही है. अगर मामला दर्ज कराते हैं तो जांच करेंगे.

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