राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) बुधवार को लंबी चर्चा के बाद तो-तिहाई बहुमत से लोकसभा से पास हो गया। बिल के समर्थन में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े। तो वहीं इधर महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। 

विधायक सिंह ने कहा कि महिला आरक्षण बिल का स्वागत है! परंतु गरीब और मध्यम परिवार की महिला चुनाव लड़ ही नही सकती। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि पंचायत चुनाव का खर्च लगभग 10 लाख, जनपद 30 लाख, जिला पंचायत 1 करोड़,विधायक,सांसद का चुनाव करोड़ों में। ऐसे में मध्यम परिवार की महिलाएं कैसे चुनाव लड़ सकती है।     

बता दें कि इधर गुरुवार को इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। वहां से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साइन के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा। महिला आरक्षण बिल नई संसद के लोकसभा में पास हुआ पहला बिल भी है। 

क्या है महिला आरक्षण बिल ?

महिला आरक्षण बिल के मुताबिक, लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% रिजर्वेशन लागू किया जाएगा। लोकसभा की 543 सीटों में से 181 महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। ये रिजर्वेशन 15 साल तक रहेगा। इसके बाद संसद चाहे तो इसकी अवधि बढ़ा सकती है। यह आरक्षण सीधे चुने जाने वाले जनप्रतिनिधियों के लिए लागू होगा। 

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