नई दिल्ली. कोरोना महामारी के वक्त लोगों का जीवन बचाने, उन्हें उचित उपचार व अन्य सेवा देने के दौरान जान गंवाने वाले पीड़ित परिवारों को दिल्ली सरकार ने आर्थिक सहायता प्रदान करने की मंजूरी दी है.

 दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कुल 17 कोरोना योद्धाओं के परिवार जनों को एक-एक करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान करने की स्वीकृति दी. मुख्यमंत्री का कहना है कि जीवन की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती, लेकिन मुझे उम्मीद है कि आर्थिक मदद से परिवारों को जीवन यापन में थोड़ी राहत जरूर मिल सकेगी. दिल्ली सरकार इन परिवारों के साथ हमेशा खड़ी है और भविष्य में भी हर संभव मदद के लिए तत्पर है.

ध्यान रहे कि कोरोना के समय काफी संख्या में उन लोगों ने भी जान गंवाई थी जो उपचार व कोरोना से निपटने के लिए किए जाने रहे इंतजामों के तहत तैनात थे. वो ड्यूटी के दौरान स्वयं संक्रमण की चपेट में आए और उसके बाद उन्होंने स्वयं अपनी जान गंवानी पड़ी. ऐसे को दिल्ली सरकार ने कोरोना योद्धा का दर्जा दिया और फैसला लिया था कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता के तौर पर एक करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी, जिससे कि परिवार के सदस्य आर्थिक सहायता के जरिए अपना जीवन यापन कर सकें. कोरोना योद्धाओं में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और कोरोना ड्यूटी में तैनात रहे लोग शामिल हैं.

इन्हें दी जाएगी आर्थिक सहायता

डॉ. अनिल कुमार वहल नॉर्थ डीएमसी में बतौर सीएमओ (एसएजी) तैनात रहे, जिनका कोरोना संक्रमण के चलते 11 मई, 2021 को निधन हो गया था. डॉ. पर्पेटुआ मिन तिग्गा, सीएमओ (एसएजी), प्रदीप कुमार- नर्सिंग ऑर्डरली, डॉ. शीला छोकर- मेडिकल ऑफिसर, डॉ. हरपाल सिंह- एम्पेनल्ड डॉक्टर, डॉ. अरविंद झा, मेडिकल सुपरइंटेंडेंट (ईएनटी सर्जन), महावीर प्रसाद – फार्मासिस्ट, पूनम नागर- नर्सिंग ऑफिसर, अनिल कुमार गर्ग – प्रबंधक (मैकेनिकल) दिल्ली परिवहन निगम, कृष्ण पाल – स्ट्रेचर बीयरर, राचेल जोसफ- क्वालिटी मैनेजर, विवेक कुमार बिष्ट- प्रोस्थेटिस्ट, सुंदीप कुमार शर्मा- लेखा अधिकारी, डॉ. उज्जल कुमार घोष, एम्पैनल्ड डॉक्टर, सुनील दत्त- नर्सिंग ऑर्डरली, डॉ. चंद्रमणि साहू- एम्पैनल्ड डॉक्टर और अरुण सूद- फार्मासिस्ट का नाम शामिल किया गया है.