नई दिल्ली. देश में चार में से एक व्यस्क मोटापे या मधुमेह के खतरे में है. पोषण ट्रैकर के आंकड़ों से पता चला है कि 5 साल से कम उम्र के 43 लाख बच्चे मोटापे से पीड़ित हैं.

इसे देखते हुए स्वास्थ्य के विशेषज्ञों, अधिवक्ताओं और रोगी समूह ने ‘द जंक पुश’ रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट में कहा कि उच्च वसा, चीनी और नमक वाले खाद्य पदार्थों या अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों की बढ़ती खपत चिंता का विषय है. पहले से पैक चीनी युक्त पेय पदार्थ, जूस से बढ़ती बिक्री से मोटापे और मधुमेह का खतरा बढ़ रहा है. पोषण नीति पर राष्ट्रीय थिंक टैंक एनएपी आई के संयोजक डॉ. अरुण गुप्ता ने कहा, मौजूदा नियामक नीतियां जंक फूड के किसी भी विज्ञापन को कम करने में अप्रभावी हैं. सरकार इस पर कानून बनाए.