नई दिल्ली. डीसीपी ने 15 वर्ष पुरानी बाइक छोड़ने के एवज में रुपये लेने पर दो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. छह माह में जांच पूरी करनी है. खास बात है कि ऑनलाइन दी गई राशि इस मामले में मुख्य सबूत रही.

मामले में डिलीवरी बॉय ने गवाही दी थी कि 23 दिसंबर 2022 को पीड़ित के पास नकद रुपये नहीं थे तो उसने युवक को एक हजार रुपये दिए थे और रकम पेटीएम से खाते में आई थी. सूत्रों ने बताया कि तेजवीर दलाल ने रिश्वत लेने की शिकायत अधिकारियों के समक्ष दर्ज कराई थी. उसने बताया कि 23 दिसंबर की दोपहर वह रोहिणी स्थित प्रेम आदर आयुर्वेदिक अस्पताल के पास से जा रहा था, तभी दो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने 15 वर्ष पुरानी बाइक छोड़ने के एवज में एक हजार रुपये मांगे. रकम नहीं देने पर बाइक जब्त करने की बात कही. बातचीत उसने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली.

इस दौरान उसके पास नकद रुपए नहीं थे. ऐसे में वहां से गुजर रहे जोमेटो डिलीवरी बॉय को रोककर उसने 1000 रुपये लिए थे. यह रकम उसने पेटीएम से डिलीवरी बॉय को दे दी थी. रुपये देने के बाद पुलिसकर्मियों ने बाइक छोड़ दी. शिकायत पर ट्रैफिक अधिकारियों द्वारा डिलीवरी बॉय रोशन कुमार को बुलाया गया. रोशन ने बताया कि 23 दिसंबर को उसने इस शख्स को एक हजार रुपये दिए थे और यह रकम पेटीएम से उसके बैंक खाते में आ गई थी.