रायपुर. करीब डेढ़ सौ व्यापारियों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संवाद का फायदा कांग्रेस को दिखता हुआ नजर आ रहा है. राहुल गांधी के ज़रिए कांग्रेस व्यापारियों को ये संदेश देने में सफल नज़र आ रही है कि बीजेपी व्यापरियों की नहीं सिर्फ बड़े व्यापारियों की पार्टी है. एक के बाद एक कई बैठकें करके कांग्रेस पार्टी ने व्यापारियों के बीच अपनी पैठ बिठाने की कोशिश की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां व्यापारियों की समस्याओं को सुना वहीं व्यापारियों की समस्याओं के समाधान का रोडमैप उनके सामने रखा. राहुल ने ये संदेश भी व्यापारियों के बीच पहुंचाने में कामयाबी पाई कि कांग्रेस छोटे व्यापारियों के साथ खड़ी है.  करीब आधे घंटे तक चली बैठक में राहुल गांधी ने जीएसटी, नोटबंदी और लोन को लेकर कांग्रेस की सोच को साझा किया.

व्यापारियों से राहुल गांधी के दौरे को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने बात की. उन्होंने अपनी  नाम न लिखने की शर्त के साथ साझा की. हमने बैठक में शामिल कई व्यापारियों से बात की. इनसे बातचीत में ये बात सामने आई है कि राहुल गांधी की बातों का इन व्यापारियों पर सकारात्मक असर पड़ा है. व्यापारियों का कहना है कि अब तक ऐसा आयोजन नहीं हुआ था. कांग्रेस की तरफ से व्यापारियों से कोई बात नहीं होती थी लेकिन ये अच्छी पहल इस बार की गई है. कांग्रेस की स्टेट लीडरशिप का मानना है कि अजीत जोगी के पार्टी से हटने के बाद वे व्यापारियों को बीजेपी से अपनी तरफ मोड़ सकते हैं. इसकी कोशिशें पार्टी ने तेज़ कर दी हैं. क्योंकि चुनाव के वक्त संसाधनों को जुटाने में व्यापारी वर्ग की अहम भूमिका रहती है.

पिछले 10 दिनों में पार्टी ने व्यापारियों के साथ तीन बार संवाद कर लिया. पहला संवाद जनसंवाद यात्रा के दौरान किया. यहां पार्टी ने सदर मार्केट में सर्राफा व्यापरियों के साथ बैठक की. उसके बाद दूसरा संवाद पार्टी के प्रभारी पीएल पुनिया ने किया. इस आयोजन ने पार्टी के प्रदेश स्तर की बातों का हवाला देकर व्यापरियों से समर्थन मांगा था. अब तीसरा आयोजन कांग्रेस भवन के उद्घाटन के मौके पर राहुल गांधी के संवाद के जरिए हुआ है.

राहुल गांधी ने इस बैठक में जीएसटी को लेकर कहा कि यूपीए की सरकार एक देश एक टैक्स के तहत कम स्लैब रखना चाहती थी. जिसे इस सरकार ने बढ़ाकर कई स्लैब में कर दिए.  यूपीए के जीएसटी में बार-बार रिटर्न की जगह एक ही रिटर्न दाखिल करने का प्रावधान रहता. उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार फिर से आई तो जीएसटी को आसान और सस्ता बनाया जाएगा.

व्यापारियों ने बताया कि मोबाइल एप्प ऑनलाइन ट्रांसेक्शन के नाम पर दो प्रतिशत तक टैक्स काट लेती हैं. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि जब इस काम में कोई खर्चा नहीं लगता तो टैक्स क्यों काटा जाता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर एप्प पर होने वाले ट्रांजेक्शन को फ्री किया जाएगा. राहुल गांधी ने नोटबंदी पर कहा कि सरकार ने बिना तैयारी के इसे लागू कर दिया. जिसका खामियाजा लोगों को और व्यापारियों को भुगतना पड़ा.

उन्होंने कहा कि जो देश में एनपीए हुआ है वो बड़े व्यापारियों की देन है. छोटा व्यापारी ईमानदार होता है वो लोन चुका देता है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आएगी तो बैंकिंग व्यवस्था में ऐसे प्रावधान करेगी कि छोटे व्यापारियों को आसानी से लोन मिल सके.

बैठक में छत्तीसगढ़ चैंबर्स ऑफ कॉमर्स, सीआईआई, उरला व्यापारी संगठन के अलावा कई संगठन के लोग थे. इन लोगों ने कहा कि चूंकि राज्य में रमन सिंह की सरकार उनकी बातों को मान लेती है. इसलिए वे सत्ता के साथ रहते थे. लेकिन राहुल गांधी ने जिस तरीके से व्यापारिक जगह की समस्याओं को बिन बताए समझा और उसका समाधान उनके सामने पेश किया. उससे उन्हें काफी खुशी हुई. ज्यादातार व्यापारियों का कहना है कि इस बैठक से पहले राहुल गांधी की जो छवि उनके मन में थी उसे राहुल गांधी ने इस भ्रम को पूरी तरह तोड़ दिया.

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