विधि अग्निहोत्री रायपुर। आज संजय गांधी की ना तो पुण्य तिथि है ना ही जयंती शायद इसलिए उनकी प्रतिमा इस स्थिति में है. अगर पुण्य तिथि या जयंती होती तो चौक की साफ-सफाई होती, प्रतिमा को संवारा जाता और ये नजारा देखने को नहीं मिलता जो आज देखने को मिला. लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने शनिवार को रायपुर स्टेशन रोड पर स्थित संजय गांधी की प्रतिमा का मुआयना किया. प्रतिमा को देखकर पहचानना ही मुश्किल था कि ये है किसकी. नीचे लगे नेमप्लेट पर नज़रें गई तो पता चला की ये प्रतिमा संजय गांधी की है. प्रतिमा की हालत तो बुरी है ही साथ ही चौक के हालात भी खस्ता हैं, आस-पास गंदगी की भरमार है, प्रतिमा के नीचे ही नाले का गंदा पानी लबालब भरा है. डस्टबीन के बाहर कचरा बिखरा पड़ा नजर आया.
एक वक्त पर संजय गांधी प्रधानमंत्री पद के दावेदार माने जाते थे. और कहा जाता है कि 70 के दशक में लगी इमरजेंसी में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही. उनकी पत्नी मेनका गांधी वर्तमान सरकार में मंत्री हैं और बेटा वरूण गांधी भी बीजेपी से सांसद हैं उसके बाद भी संजय की प्रतिमा इस हालात में है. कुछ असमाजिक तत्वों ने प्रतिमा को क्षति भी पहुंचाई है, प्रतिमा की नाक तोड़ दी गई है.
जिला युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सूर्यमणी मिश्रा ने बातचीत में बताया कि प्रतिमा से छेड़छाड़ का यह कोई नया मामला नहीं है 90 के दशक में भी असमाजिक तत्वों ने प्रतिमा को चौक से उठा कर नाले में फेक दिया था. तब प्रतिमा को ढूंढ कर वापस स्थापित किया गया था. प्रशासन से कई बार गुहार लगाई गई कि प्रतिमा की देखरेख की जाए, लेकिन ना तो प्रशासन ने कोई सुध ली ना ही खुद कांग्रेस ने कोई कदम उठाया. नतीजतन प्रतिमा जर्जर हो चुकी है. सूर्य मणी ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस चौक का सौंदर्यीकरण किया जाए, संजय गांधी की नई प्रतिमा यहाँ लगाई जाए ताकि आने वाली पीढ़ी इस दिग्गज नेता को याद रख सके.