कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में अभी आई फ्लू और फीवर फ्लू का कहर थमा भी नहीं था कि, डेंगू ने अपना डंक मारना शुरू कर दिया है। जी हां शहर में एक हफ्ते के अंदर डेंगू के चलते दो लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि दोनों ही मामले में किट टेस्ट हुआ था, लेकिन एलाइजा टेस्ट ना होने के कारण स्वास्थ्य विभाग से रिकॉर्ड में इन मौतों को दर्ज नहीं किया गया है।

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जानकारी के अनुसार पिछले 28 सितंबर को कछियाना निवासी 27 साल की युवक की मौत एक निजी अस्पताल में डेंगू का इलाज कराते हुए हो गई थी। हालांकि मौत के बाद अस्पताल ने एलाइजा टेस्ट के लिए सैंपल स्वास्थ्य विभाग को नहीं भेजा था। जिसके बाद सीएमएचओ ने निजी अस्पतालों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, लेकिन जवाब नहीं मिला।

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इसके 4 दिन बाद ही यानी 22 सितंबर को फिर से कछीयान निवासी 32 साल के एक और युवक ने भी एक निजी अस्पताल में डेंगू के चलते दम तोड़ दिया था। परिजनों का कहना है कि दोनों को डेंगू होने के चलते उनका इलाज किया जा रहा था।

निजी अस्पताल विभाग को नहीं दे रहे जानकारी

सीएमएचओ ने निजी अस्पतालों और जनहित में अपील की है कि यदि किसी तरह के डेंगू के मरीज सामने आते हैं तो उसकी स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी दें। ताकि स्वास्थ्य विभाग समय रहते इससे निपटने के लिए पूरा इंतजाम कर सके। वहीं स्वास्थ्य विभाग के पास भी डेंगू का मरीजों की संख्या का आंकड़ा मौजूद हो।

बता दें कि सितंबर में डेंगू के करीब दो दर्जन मरीज सामने आए हैं। एक महीने के अंदर ही डेंगू के 2 दर्जन से ज्यादा मरीज सामने आ चुके है। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी नजर बनाए हुए है, वहीं चिकनगुनिया के भी 30 से भी ज्यादा मरीज सामने आ चुके है।

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