स्कूल का मतलब बच्चों को शिक्षित करने वाला स्थान होता है. किताबी, व्यावहारिक और भी कई तरह का शिक्षा दिए जाने वाली जगह को स्कूल कहते हैं. वहीं, इससे अलग दुनियाभर में कई अजब-गजब स्कूल (Weird Schools) हैं. इन स्कूल (Weird Schools) में बच्चों को पढ़ाने का तरीका काफी अलग है. दुनिया में एक ऐसा भी स्कूल है, जहां बच्चों कि परीक्षा नहीं ली जाती है और तो और यहां अटेंडेंस का कोई प्रेशर नहीं है. आज हम आपको दुनियाभर के कई ऐसे अजब-गजब स्कूलों स्कूल (Weird Schools) के बारे में बताने जा रहे हैं.

Abo Elementary School

यह स्कूल कोल्ड वॉर को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया था. अमेरिका का यह स्कूल अंडरग्राउंड है और इसमें एंट्री के 3 दरवाजे हैं. इसके एक दरवाजे का वजन 800 किलोग्राम बताया गया है. इससे साफ पता चलता है कि इसे खोल पाना आसान नहीं रहा होगा. यह स्कूल युद्ध की दृष्टि से ही तैयार किया गया होगा. यह अमेरिका का पहला पब्लिक स्कूल है और शेल्टर हाउस की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है. Read more – अंबानी परिवार की गणेश चतुर्थी पूजा में पहुंची Rekha, डॉर्क मरून कलर की साड़ी में लगी कयामत …

The Grey School of Wizardry

आपमें से ज्यादातर लोग हैरी पॉटर से परिचित होंगे. किसी ने हैरी पॉटर बुक्स पढ़ी होंगी तो किसी ने हैरी पॉटर मूवीज देखी होंगी. हैरी पॉटर को जानने के बाद उसके स्कूल में जाकर जादू सीखने की इच्छा भी जरूर हुई होगी. साल 2004 में अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक ऐसे ही स्कूल की स्थापना की गई थी. यहां ऑनलाइन मोड में पढ़ाई होती है. आप दुनिया के किसी भी हिस्से में रहकर यहां एडमिशन ले सकते हैं. यहां कई तरह का जादू सिखाया जाता है.

Brooklyn Free School

ब्रुकलिन फ्री स्कूल में एडमिशन लेकर पढ़ाई करना किसी भी बच्चे का ख्वाब हो सकता है. यह स्कूल भी अमेरिका में ही है. इसकी स्थापना साल 2004 में हुई थी. इस खास स्कूल में अटेंडेंस का कोई इश्यू नहीं रहता है. यहां बच्चों को होमवर्क भी नहीं दिया जाता है और न ही उनकी परीक्षा ली जाती है. इस स्कूल में अपनी मर्जी के विषयों की पढ़ाई कर सकते हैं. यहां अलग से शिक्षक भी नहीं अपॉइंट किए जाते हैं. बच्चे खुद ही शिक्षक होते हैं. Read More – Ganesh Chaturthi Recipe : बप्पा को लगाएं चॉकलेट मोदक का भोग, बप्पा हो जाएंगे खुश …

Hazelwood Academy

हेजलवुड स्कूल में सिर्फ 54 स्टूडेंट्स पढ़ते हैं. यह स्कूल उन छात्रों के लिए बनाया गया है, जो Dual Sensory Impaired हैं यानी देख-सुन नहीं सकते हैं. इस स्कूल की दीवारों से लेकर जमीन तक को खास तरह से डिजाइन किया गया है. वहां वाइब्रेशन महसूस किया जा सकता है. इस स्कूल के बच्चों को दुनियादारी की सीख दी जाती है ताकि वह हर तरह के माहौल में खुद को एडजस्ट कर सकें.