संजीव शर्मा, कोंडागांव। साल में एक बार खुलने वाला आलोर की पहाड़ी पर स्थित गुफा में विराजमान मां लिंगेश्वरी का मंदिर इस वर्ष 27 सितंबर को खुलेगा. इसके साथ ही श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए प्रशासन – पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है.
कोंडागांव जिला के फरसगांव ब्लाक अंतर्गत ग्राम झाटीबन आलोर के पहाड़ों के बीच एक गुफा में मां लिंगेश्वरी विराजित हैं. वर्षों से चली आ रही परम्परा के अनुसार लिंगेश्वरी माता की गुफा के द्वार साल में केवल एक बार ही खुलते हैं. संतान प्राप्ति की मनोकामना लेकर हर वर्ष हजारों की संख्या में भक्त अलग-अलग राज्यों से दर्शन करने आते हैं. इनमें से अधिकांश दंपती ऐसे होते हैं, जिनकी शादी हुए 10-15 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन अब तक कोई संतान नहीं हुई है.
मेले का बेसब्री से रहता है इंतजार
स्थानीय लोगों ने बताया कि श्रद्धालुओं को आलोर स्थित माता लिंगेश्वरी के दरबार मे लगने वाले मेले का बड़ी बेसबरी से इंतजार रहता है. प्रतिवर्ष छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिसा, तेलंगाना, गुजरात समेत अन्य विभिन्न राज्यों से भी लोग अपनी मनोकामना लिए माता के दर्शन करने आते हैं. इस दिन श्रद्धालुओं के लिए भोजन, विश्राम आदि हेतु विशेष व्यवस्था की गई है.