राजनगर. भितरकनिका नेशनल पार्क का कालीभंजडिया द्वीप एक अक्टूबर से विदेशी पर्यटकों के लिए खुल जाएगा. 8 किमी लंबा और 1 किमी चौड़ा कालीभंजडिया द्वीप चारों ओर पानी से घिरा हुआ है. यहां अहिराज, अजगर, चंदन सांप, गोखर, तमफा, दलुआ बोड़ा, डस्टी बोड़ा, शंख-मुंह सांप, चिति के साथ-साथ कई और सांप भी पाए जाते हैं. इसके अलावा हिरण, मोर और मछली पकड़ने वाली बिल्लियां भी पाई जाती हैं.

यहां घूमने आने वाले पर्यटक 1 अक्टूबर से कालीभंजडिया की यात्रा कर सकते हैं. पर्यटकों को वहां जाकर शाम 4 बजे तक वापस लौटना होता है. यहां केवल एक्सप्लोरर के लिए रात्रि आवास की व्यवस्था की गई है. पर्यटकों के लिए एक घाट और एक वॉच टावर का निर्माण किया गया है. 7 किमी का फुटपाथ बनाया गया है, लेकिन पर्यटकों को केवल 3 किमी तक ही जाने की अनुमति मिलेगी. वहां वन कर्मियों के आवास के लिए वॉच टावर का निर्माण कराया गया है.

वन विभाग ने कहा है कि खोला से नाव से कालीभंजडिया जाने में जहां डेढ़ घंटे का समय लगता है, वहीं तालचुआ से पानी के रास्ते सिर्फ 15 मिनट लगेंगे. वन विभाग की ओर से कालीभंजडिया को पहली बार पर्यटकों के लिए खोला जाएगा.