नई दिल्ली. राजधानी में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. पिछले 52 दिनों में डेंगू के 2665 मामले दर्ज हुए हैं. इससे पहले 1 जनवरी से 5 अगस्त तक 348 डेंगू के मामले दर्ज हुए थे.

दिल्ली नगर निगम ने डेंगू समेत अन्य मच्छर जनित बीमारियों के आंकड़े मंगलवार को सदन की बैठक में जारी किए. इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष में डेंगू समेत अन्य मच्छर जनित बीमारियों के आंकड़े जारी न करने और मच्छर रोधी दवा की उपलब्धता पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए.

डरा रहे आंकड़े सदन में निगम ने डेंगू, मलेरिया और चिकुनगुनिया के आंकड़ें प्रस्तुत किए. जिसमें इस वर्ष 2023 में डेंगू के कुल 3013 दर्ज हुए हैं. इसमें से 5 अगस्त से लेकर अब तक 52 दिनों में 2665 मामले आए हैं. वहीं, निगम के नेता विपक्ष ने आरोप लगाया कि निगम ने मच्छर जनित बीमारियों के आंकड़ें छिपाए हैं. आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष सितंबर 2022 में 185 डेंगू के मामले दर्ज हुए थे. उससे पहले वर्ष 2021 में डेंगू के छह हजार से अधिक मामले दर्ज हुए थे.

डेंगू का डाटा रोककर अपनी नाकामी छिपा रही सरकारः सचदेवा

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार डेंगू का डाटा जारी न करके अपनी नाकामी छुपा रही है. राजधानी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन सरकार के स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा है. सचदेवा ने प्रेसवार्ता में कहा कि सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट अस्पतालों में इस वक्त डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. मगर इस पर आप सरकार चुप्पी साधे हुए है. नगर निगम बीते वर्ष तक डेंगू का पूरा आंकड़ा साझा करता रहा है, लेकिन अब यह डाटा रोक दिया गया है. सचदेवा ने मरीजों की स्थिति बताने की मांग की.