भुवनेश्वर. खाड़ी में एक बार फिर लो प्रेशर बन रहा है, जिससे ओडिशा के कई जिलों में 29 सितंबर से 5 अक्टूबर तक लगातार बारिश की संभावना है. 29 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर में चक्रवात बनेगा. क्षेत्रीय मौसम केंद्र के अनुमान के मुतािबक यह अगले 24 घंटों में संघनित होकर निम्न दबाव बन जाएगा. इससे उत्तर-तटीय ओडिशा सहित आंतरिक ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. यदि मौसम अनुकूल है तो निम्न दबाव संघनित होकर वर्षा या गहरी वर्षा में परिवर्तित हो सकता है.

मौसम वैज्ञानिक शरत साहू ने कहा कि तूफान का कोई खतरा नहीं है. वहीं, कल राजस्थान के बाद आज बिहार के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू हो रही है. ओडिशा की ओर एक बार फिर भारी बारिश का सिस्टम तैयार हो रहा है. इससे 5 अक्टूबर तक लगातार बारिश से सामना होगा. दो दिन बाद चक्रवात प्रशांत महासागर से बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करेगा. 30 तारीख तक यह निम्न दबाव का रूप ले लेगा. संघनन के बाद पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा. इसके चलते 29 तारीख से प्रदेश में बारिश शुरू हो जाएगी. अंडमान सागर में बनने वाले चक्रवात निम्न दबाव में विकसित हो सकते हैं और फिर संघनित होकर वर्षा में बदल सकते हैं.

मौसम वैज्ञानिक शरत साहू के मुताबिक ओडिशा में अक्टूबर के महीने में चक्रवात की आशंका बनी रहती है, लेकिन वर्तमान में जो िसस्टम बन रहा है, उससे तूफान की आशंका नहीं है. निम्न दबाव के केंद्र की तुलना में जमीन का तापमान ज्यादा है, इसलिए हवा समुद्र से स्थल की और बह रही है.

मौसम विज्ञान केंद्र कम दबाव पर विशेष नजर रख रहा है. अनुमान है कि 29 तारीख को चक्रवात आएगा और फिर यह निम्न दबाव में बदल जाएगा. इससे पुरी, खोर्धा, कटक, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, बालेश्वर, भद्रक, क्योंझर, मयूरभंज, संबलपुर, झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, बरगढ़, बलांगीर, सोनपुर, कालाहांडी, कंधमाल नुआपाड़ा और अन्य जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. कुछ जिलों में 200 मिमी या उससे अधिक वर्षा का अनुमान लगाया गया है.