पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. मैनपुर ब्लॉक में नक्सलियों के चलते भूतबेड़ा को कभी अतिसंवेदनशील माना जाता था. आज उसी भूतबेड़ा में मिडिल स्कूल का उन्नयन कर हाईस्कूल खोला गया है. जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम के प्रयासों से हाई स्कूल खोला गया. आज सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में संजय नेताम के हाथों स्कूल का शुभारंभ किया गया. बता दें कि दूरी व रास्ते में जंगल के चलते आदिवासी बच्चे हाई स्कूल पढ़ना छोड़ देते थे. हाई स्कूल की मांग को लेकर आंदोलन भी हुआ. अब जिपं उपाध्यक्ष संजय नेताम के प्रयास के बाद सीएम के निर्देश पर नक्सल प्रभावित भूतबेड़ा में हाईस्कूल की सुविधा मिली है.

संजय नेताम ने स्कूल उद्घाटन के बाद कहा कि भाजपा सरकार के 15 साल के काल में भूतबेड़ा हाई स्कूल के लिए पालकों को पदयात्रा, चक्काजाम समेत सड़क की लड़ाई लड़नी पड़ी थी. स्कूल की मांग से मुखिया भूपेश बघेल को 3 अगस्त को अवगत कराया गया था. 22 सितंबर को मंत्रालय से आदेश जारी हो गया. 26 सितंबर को कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देश के बाद प्रभारी डीईओ नवीन भगत ने मिडिल स्कूल भूतबेड़ा को हाई स्कूल में उन्नयन करने का निर्देश जारी किया. इसके लिए संजय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया.

आज शुभारंभ आयोजन में सरपंच अजय नेताम, गोना सरपंच व जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव सुनील मरकाम, कुचेंगा सरपंच प्रतिनिधि दीनाचंद मरकाम, भूतबेड़ा पूर्व सरपंच मोतीराम नेताम, उपसरपंच नंदलाल नागेश, फूलचंद मरकाम, पूरन मेश्राम, पवन ठाकुर, कोसिंग नेताम, बिहारी प्रधान, सुंदर नेताम, प्रेमसिंह नेताम, सेवक मरकाम, चुन्नू नेताम, श्यामलाल नेताम, रामबाई नेताम, सतन बाई नेताम, मालती बाई मरकाम, जागेश्वरी नेताम, जानकी बाई मरकाम, चैतीबाई मरकाम, जरीना बाई, नागेश समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी शासन-प्रशासन के प्रति आभार जताया है.

पढ़ाई छोड़ देते थे इन गांवों के बच्चे

गरिबा, भाटापानी, मोगराडीह,साइबीन कछार जैसे मिडिल स्कूल के बच्चों को हाई स्कूल की पढ़ाई के लिए 15 से 17 किमी दूरी तय कर शोभा हाई स्कूल जाना पड़ता था. इस वन मार्ग में वन्यप्राणियों का खतरा भी मंडरा रहा था. ऐसे में जोखिम को देखते हुए अंदरूनी इलाके के कई बच्चे व बेटियों की पढ़ाई बंद कर दी जाती थी. अब उक्त मिडिल स्कूल के बच्चों को अधिकतम 5 किमी की दूरी तय करते ही भृतबेड़ा हाई स्कूल की सुविधा मिल जाएगी. स्कूल अभी मिडिल स्कूल के अतिरिक्त कक्ष में लगेगी. कक्षा 9वी में लगभग 50 बच्चे इस सत्र में पढ़ेंगे.