रायपुर। रायपुर नगर निगम की स्वच्छता को लेकर दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए एनजीटी भोपाल बेंच ने याचिकाकर्ता नितिन सिंघवी से कहा है कि रायपुर की सफाई व्यवस्था की निगरानी करने के लिए सिविल सोसाइटी के तीन लोगों की कमेटी बनाकर उनके नाम निगम कमिश्नर को दे.
कमेटी ने आदेश दिया है कि ये कमेटी हर 15 दिनों में नगर पालिक निगम के सहायक आयुक्त के साथ सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करेगी और अगले 12 माह तक एनजीटी में प्रत्येक माह रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी.
एनजीटी की डबल बेंच में न्यायमूर्ति दिलीप सिंह एवं विशेषज्ञ सदस्य सत्यवान सिंह ने आदेशित किया है कि निरीक्षण के लिए आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाए.
निगम ने एनजीटी को बताया कि निगम ने 35 स्थानों में एसएलआरएम सेंटर बनाए हैं और 91 अन्य स्थानों में कचरा से खाद बनाने के लिए ड्रम रखे हैं कचरे से प्रतिमाह 1000 किलो खाद बनेगी जिसे बेचने के लिए राष्ट्रीय फ़र्टिलाइज़र लिमिटेड से एमओयू किया गया है
सकरी स्थित नई डंपिंग साइट के लिए नगर पालिक निगम ने एनजीटी को बताया कि उन्हें सकरी में सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने में अब कोई अड़चन नहीं आएगी क्योंकि सकरी और माना एयरपोर्ट की दूरी 10 किलोमीटर से ज्यादा है. निगम ने एनजीटी को बताया कि पहले 8 मई को एयरपोर्ट डायरेक्टर स संतोष धोके, कार्यपालन अभियंता मालवे, एटीएस इंचार्ज यशवंत शरण और एजीएम एटीएस मुकेश बिसेन ने सकरी का दौरा किया था.
बाद में सर्वे ऑफ इंडिया से एयरपोर्ट और सकरी की दूरी नाप कर देने को कहा गया. सर्वे ऑफ इंडिया ने यह दूरी 10.42 किलोमीटर बताई है. नगर पालिक निगम ने बताया कि सकरी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने के लिए टेंडर जारी किया गया है इस पर एनजीटी ने आदेशित किया की 4 माह में प्लांट चालू करें.
सरोना डंपिंग साइट के लिए निगम ने बताया कि वहां पर कचरे की छटाई करने के लिए विभिन्न समानों को खरीदने के लिए टेंडर जारी किया गया है और नाले से बरसात में कीचड़ का पानी खारुन में ना मिले इसलिए वहां दीवाल बनाई गई है.