शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के किसानों ने राजधानी भोपाल के भारत माता चौराहे पर पहुंचकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसान मित्रों ने अपनी मांगों को लेकर राजधानी में डेरा डाला है। किसान मित्रों को फिर से बहाल करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने किसान पंचायत बुलाने की मांग की है।
किसान मित्रों ने कहा कि, कमलनाथ सरकार ने हमें भाजपा से जुड़ा होने के बाद बाहर कर दिया था। इसके बाद किसान मित्र योजना भी बंद कर दी गई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ उस समय किसान बंधु योजना लेकर आए थे लेकिन उसमें भर्ती शुरू होने से पहले सरकार गिर गई थी। मौजूदा भाजपा सरकार ने विपक्ष में रहते हुए किसान मित्रों से बहाली का वादा किया था लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी बहाली नहीं हुई है।
पुराना भुगतान अटका
प्रदेश भर से पहुंचे किसान मित्रों ने भदभदा रोड पर पंचायत लगाई है। उनका कहना है कि कई किसान मित्रों का पुराना भुगतान भी अटक गया है। बीते कांग्रेस सरकार में 27 हजार किसान मित्र निकाले गए थे। कई बार उन्हें सरकार से बहाली का आश्वासन मिला। सत्ता पलट के बाद भी भाजपा ने उनकी बहाली करने का वादा किया लेकिन अब तक किसी किसान मित्र को बहाल नहीं किया गया जिसकी वजह से प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ा है।
किसान मित्रों का क्या काम
किसान योजना के लिए गांव में किसान मित्रों को तैनात किया जाता है। किसान मित्रों को 6 हजार रुपए सालान मिलते थे। किसानों से जुड़ी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सैलरी दी जाती थी।
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