नई दिल्ली. दिल्ली सरकार ने कोरोना काल में छतरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग व्यास में कोविड केयर सेंटर बनाने के नाम पर कथित भ्रष्टाचार के मामले में जांच के निर्देश दिए हैं. दिल्ली की मंत्री आतिशी ने तीन अधिकारियों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मुख्य विजिलेंस अधिकारी को जांच के लिए पत्र लिखा है.
आरोप है कि कोटेशन मांगे जाने से पहले कोविड केयर सेंटर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया था. दिल्ली सरकार से जुड़े कुछ अधिकारियों पर कोविड केयर सेंटर बनाने वाली कंपनी के साथ मिलीभगत करने के भी आरोप हैं. मुख्य विजिलेंस अधिकारी को लिखे पत्र में मंत्री ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दायर एक रिपोर्ट को आधार बनाया है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना के वक्त सरकार ने 10 हजार बेड का सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर बनने का फैसला लिया.
32 करोड़ की लागत से बनने वाले सेंटर के लिए 26 जून 2020 को पीडब्ल्यूडी ने कोटेशन मांगी. कोटेशन मांगे जाने से पहले 21 जून को प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी ने मौके का मुआयना किया, जिन्होंने पाया कि काफी हिस्से में पहले से काम चल रहा था. उससे पहले 10 जून को तत्कालीन उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया था कि 10 हजार बेड का सेंटर बनाया जाए. इसके बाद डिप्टी कमिश्नर (दक्षिण) को निर्देश दिया गया कि वो राधा स्वामी सत्संग व्यास छतरपुर का दौरा कर रिपोर्ट दें कि क्या वहां पर इतनी बड़ा केयर सेंटर बनाया जा सकता है. 14 जून को तत्कालीन उपराज्यपाल ने फिर मौके पर जाकर जायजा लिया और उन्होंने जानकारी दी कि छतरपुर में केयर सेंटर बनाया जाएगा. उसके बाद ही पीडब्ल्यूडी की टीम कोटेशन मांगने से पहले मौके पर दौरा किया, जिसने पाया कि निर्माण कार्य शुरू हो चुका है.