शिखिल ब्यौहार, भोपाल. मध्य प्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. बीजेपी की कद्दावर नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का बड़ा बयान सामने आया है. उमा भारती ने एमपी से कोई चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश से ना लोकसभा ना विधानसभा चुनाव लड़ूंगी. मैं किसी तीसरे राज्य से ही लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कही.

गौरक्षा संकल्प कार्यक्रम में हुईं शामिल

दरअसल, उमा भारती आज, सोमवार को राजधानी भोपाल में सामाजिक समरसता गौरक्षा संकल्प कार्यक्रम में शामिल हुईं. इस दौरान उमा भारती ने पत्रकारों से बातचीत में बड़ा बयान दिया. एमपी में चुनाव ल़ड़ने को लेकर उमा भारती ने कहा कि विधानसभा चुनाव और किसी राज्य से नहीं लड़ा जा सकता, क्योंकि वो लोकल चुनाव होते हैं. लेकिन मध्य प्रदेश से मैं दोनों ही चुनाव नहीं लड़ूंगी. किसी अन्य और राज्य से मुझे मौक़ा दिया जाएगा तो मैं वहां से चुनाव लड़ूंगी. पार्टी जैसा मौक़ा देगी मैं उसी हिसाब से काम करूंगी.

OBC आरक्षण पर दिया बयान

उमा भारती ने अपने संबोधन में कहा कि OBC को सरकारी नौकरी में 27% आरक्षण मिलना चाहिए. SC-ST के लोग चाहेंगे तो आरक्षण खत्म होगा. गरीब सवर्ण को भी 10% आरक्षण मिलना चाहिए. कोई माई का लाल आरक्षण खत्म नहीं कर सकता है. महिला आरक्षण बिल पर उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल पास हो गया इसके लिए आभार लेकिन, पिछड़ी जाति की महिलाओं को आरक्षण दिए बिना बिल लागू नहीं हो सकता है.

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वन नेशन-वन इलेक्शन का किया समर्थन

उमा भारती ने वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन करते हुए कहा, यह बहुत ज़रूरी है. देश में जब देखो तब चुनाव और चुनावी रैलियां, इसलिए मैं तो कहती हूं लोकसभा, विधानसभा और नगर पंचायत निकायों के चुनाव एक साथ कर देने चाहिए. राम राज्य की स्थापना सभी समुदायों को मिलाकर बना था. समाज की विषमता से राम राज्य कि स्थापना नहीं होती कि कुछ लोग चांदी की चम्मच में खीर खा रहे हैं और कुछ गरीब लोग जंगल के खट्टे बेर खा रहे हैं.

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केटव का उदाहरण देकर सरकार पर किया कटाक्ष

केवट का उदाहरण देते हुए उमा भारती ने सरकार पर कटाक्ष किया. कहा- सरकार बनने के बाद केवट को नहीं भूलना चाहिए. उसका वन उसका तालाब उसका मछुआरा नहीं भूलना चाहिए. पता चला पट्टा किसी और का खनन किसी और का ज़मीन किसी और की पट्टे किसी और की. एक बात ध्यान रखना चाहिए, सरकार सर्वहारा वर्ग का ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि चुनाव टाइम में भले ही आप लोगों को हाथ नहीं जोड़ना पड़े, मगर चुनाव के बाद हाथ ज़रूर आपको जोड़ना पड़ेगा.

सरकारी सिस्टम पर उठाया सवाल

उमा भारती ने सरकारी सिस्टम पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि बड़ी बड़ी बिल्डिंग बनती तो हैं मगर उससे विकास कम ठेकेदारों को लाभ ज़्यादा हो रहा है. सरकारी स्कूलों पर प्राइवेट स्कूलों जैसे व्यवस्था होने चाहिए. पढ़ाने की व्यवस्था प्राइवेट स्कूलों जैसी होनी चाहिए. शिक्षकों को उचित वेतन समय पर वेतन और ज़रूरत के मुताबिक़ तबादले होना चाहिए ताकि वह अच्छे से पढ़ाई करवा सके. अच्छे डंक्टर की भर्ती होना चाहिए ताकि सरकारी अस्पताल में अच्छी सुविधाए होनी चाहिए.

OBC महिलाओं को पार्लियामेंट में बैठाने की कही बात

पूर्व मुख्यमंत्री ने ओबीसी महिलाओं को पार्लियामेंट में बैठाने की कही बात, ताकि यह सारी बाते वह पार्लियामेंट में रख सकें. रावण लंका और राम का उदाहरण देते हुए उमा भारती ने कहा कि राम सर्वहारा थे इसलिए लंका धूं-धूंकर के जल गई और रावण की मुण्डियां कटती नज़र आई. इसलिए कहते हैं जो सर्वहारा होता है उसकी जीत निश्चित ही होती है.

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