नेहा केसरवानी, रायपुर। बस्तर के सरकारी कार्यक्रम में आज सरकार के किसी मंत्री के नहीं पहुंचने के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डर वाले बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि पत्रकारों तक को जेल में डाल देते हैं, इसलिए सब डरते हैं. जितने कुत्ते-बिल्ली नहीं घूमते, उतने ईडी-आईटी वाले घूम रहे हैं, तो डरेंगे ही. जो एक बार जेल चला गया, जमानत ही नहीं होना है तो डरेंगे ही.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर में भाजपा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकार पर लगाए आरोपों पर एक-एक कर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे लघु वन उपज भी केंद्र की सरकार खरीदती है, इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि इससे बड़ी झूठ की बात और क्या हो सकती है, समर्थन मूल्य घोषित करना अलग बात है, वैल्यू एडिशन रोजगार उत्पन्न करना यह काम छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है. पूरे देश का तीन चौथाई लघु वनोपज छत्तीसगढ़ से खरीदा जाता है. मध्य प्रदेश में भी उनकी सरकार है वहां क्यों खरीदी नहीं होता?
मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग में भी यह बात मैंने उठाई थी, भारत सरकार को चिट्ठी लिखी कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य तो घोषित कर दो, वह तो घोषित नहीं किया, राज्य सरकार ने घोषित किया और खरीदी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मिलेट मिशन चल रहा है तो घोषणा तो कर सकते है, एमएसपी भी घोषित नहीं किया, वह एमएसपी भी राज्य सरकार ने ही घोषित किया, और खरीदी हम लोग कर रहे हैं. सबसे बड़ा मिलेट्स प्लांट छत्तीसगढ़ के कांकेर में हैं.
कांग्रेस शासित राज्यों में अपराध को लेकर कॉम्पटीशन हो रहा है, कौन आगे है? प्रधानमंत्री के इस बयान पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर के बारे में कुछ नहीं बोलेंगे? आदिवासी को मारा जा रहा है, बेटियों को निर्वस्त्र घुमाया जा रहे हैं, वहां के बारे में नहीं बोलेंगे? भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल से तुलना कर लें. 15 साल सरकार रही है कितनी आदिवासियों को नक्सली बताकर जेल में ठूंस दिया गया, कितने लोगों को फर्जी एनकाउंटर पर मारा गया, यह बताने की जरूरत है क्या?
उन्होंने कहा कि आज बस्तर में शांति है, बस्तर शांति की ओर लौट रहा है. नक्सली बहुत पीछे चले गए. आज उतना दहशत नहीं है जो उनके शासनकाल में थी, आज आराम से सब लोग छत्तीसगढ़ में देर रात तक परिवार के साथ घूम पाते हैं, कितनी बेटियां-बहने झांकी देखने आए. रात तक सड़कों पर घूमते रहे. यह लोगों का विश्वास है, घटनाएं कई जगह घटती हैं पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है, इनके जैसे नहीं. बीजेपी के लोगों के लिए अलग कानून, आम जनता के लिए अलग कानून.
प्रधानमंत्री का बयान विकास कांग्रेस के तिजोरियों में दिखता है, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 1,75,000 करोड़ रुपए बटन दबाकर सीधे खाते में गया है. रमन सिंह जैसे नहीं, उन्होंने कहा था एक साल कमीशनखोरी बंद कर दो, यदि मोदी जी रमन सिंह की बात नहीं सुन पाए तो वीडियो क्लिप भेज देंगे.
पीएससी मामले में प्रधानमंत्री मोदी का बयान हमारी सरकार आयी तो आरोपी जेल की सलाखों में जाएगा, इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि रमन सरकार के कार्यकाल में गड़बड़ी पर तो पहले कार्रवाई कर लें. डोंगरे ने जो कोर्ट में फाइल किया था क्यों सुप्रीम कोर्ट गया? आरोपी यह बताएं. प्रधानमंत्री ने 2014 में धमतरी में कहा था कि सरकार बनते ही 15 दिन के भीतर झीरम घाटी के आरोपी जेल के पीछे होंगे. कोर्ट के आदेश के बाद भी अभी तक पूछताछ क्यों नहीं की? गणपति से पूछताछ क्यों नहीं की थी? केंद्र सरकार सरेंडर करने के बाद नौकरी तो नहीं दे दी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 साल तो उनकी सरकार थी, बल्कि हमारी सरकार में रॉयल्टी बढ़ी है. हमने रॉयल्टी बढ़ाया है. हमको ज्यादा पैसा मिला है, उनके शासनकाल से 13,000 करोड़ ज्यादा मिला है. गड़बड़ी है तो उनके शासनकाल में हुई, राजनांदगांव जिला से आयरन की ट्रक भर-भर के रायपुर आई थी, रमन सिंह के शासनकाल में. आज सब बंद है. उनके शासनकाल में यात्री ट्रेनें बंद हैं, सामान ढुलाने वाली ट्रेन राइट टाइम चल रही हैं. प्रधानमंत्री बिलासपुर आए थे, अभी जगदलपुर में हैं. बताये यात्री ट्रेन क्यों बंद हो रहा है?
शांतिपूर्वक किया बस्तर बंद
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि नगरनार प्लांट के लिए जमीन तो हम लोगों ने उपलब्ध कराया, एनएनडीसी के लिए प्लांट लगा, प्लांट शुरू होने से पहले ही इसे डिसइन्वेस्टमेंट की लिस्ट में डाल दिया गया, यह कौन सी बात है? प्लांट शुरू नहीं हुआ उसे बेचने की प्लानिंग कर रहे हैं, हम एक ही आश्वासन चाह रहे थे यह जो संयंत्र है वह बिकेगा नहीं, निजी हाथों में मांग केवल इतना ही है, इसलिए शांतिपूर्वक बस्तर बंद किया, हमने न चक्काजाम किया, ना रोका. शांतिपूर्वक बस्तर बंद का आह्वान किया है, इसमें हम सफल रहे. प्रधानमंत्री आए और पूरा बस्तर बंद रहा है इस प्रकार की घटना देश में पहली बार आई.
स्पष्ट करें नहीं बचेंगे स्टील प्लांट
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट का मालिक किसी को नहीं बनने देंगे वाले, जनता हमारा समर्थन करेगी, यह कौन सी बात हुई. यह स्पष्ट क्यों नहीं कर रहे हैं कि हम निजी हाथों में नहीं बेचेंगे. एनएमडीसी लोहा खोदने वाली कंपनी है, वह नहीं चला सकती तो स्टील प्लांट चलाने सेल को सौंप दें.