रायपुर। बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार को राजधानी में संविधान की प्रतियां जलाए जाने और संविधान के प्रति को फाड़ने के विरोध में डॉ. भीमराव अंबेडकर चौक में प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। वहीं आरोपियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता गुस्से में नजर आए । बसपाइयों ने आरोपियों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कराने और नागरिकता समाप्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
बसपा के वरिष्ठ नेता एमपी मधुकर ने कहा, संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर के खिलाफ अपमान जनक नारेबाजी कर भारतीय संविधान के साथ किए गए कृत्य गंभीर दुराचरण का व्यवहार किए जाने की वजह से आरोपियों के ऊपर रासुका एक्ट के तहत तुरंत गिफ्तारी की जाए। जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी बसपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी सड़क पर उतर कर आगे उग्र आंदोलन करेंगे। वहीं इस घटना को लेकर मांग की गई है कि संविधान को चुनौती देने वाले घटना पर भारत के राष्ट्रपति को स्वतः संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर देशद्रोहियों पर कार्रवाई की जाए। मधुकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार द्वारा कहा जाना कि हम इस संविधान को बदलने आए हैं। इस तरह की विद्रोही मानसिकता असामाजिक तत्वों के मनसूबों को बढ़वा दे रही है। भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर जो फादर ऑफ इंडियन कॉन्टीटूशन हैं का अपमान राष्ट्रीय भावना व बहुजन समाज के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली है। वंही यह भी आरोप लगाया है कि सब भाजपा के इशारे पर हो रहा है ।
गौरतलब है कि देश की राजधानी नई दिल्ली में 9 अगस्त को कुछ प्रदर्शनकारियों ने सामूहिक रूप से जंतर मंतर में संविधान की प्रतियां जलाई थी और साथ ही संविधान के निर्माता डॉ. अम्बेडकर साहब के खिलाफ नारेबाजी भी की थी । बहुजन समाज पार्टी उन प्रदर्शनकारियों को असमाजिक तत्व करार देते हुए उन लोगों के खिलाफ सरकार से देश द्रोही का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे है । बहुजन समाज पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है । जिसमें प्रमुख रूप से बसपा के वरिष्ठ नेता एमपी मधुकर, जोन प्रभारी संजय गजभिये, संतोष मारकंडेय, केडी टंडन, विजय शेंडे, गुलाब टंडन, जिला अध्यक्ष बसंत कोसले सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।