सुशील खरे, रतलाम। रतलाम जिले की पांचों विधानसभा पर भी करणी सेना के उम्मीदवार तैयार है। करणी सेना सर्व समाज को साथ लेकर चल रही है, इसके चलते करणी सेना चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचेगी और आम आदमी के हक की लड़ाई लड़ेगी। मध्यप्रदेश की 80 विधानसभा सीटों में करणी सेना परिवार अपने उम्मीद्वार मैदान में उतारेगी। यह बात करणी सेना मध्यप्रदेश के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने बुधवार को जावरा में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में सम्बोधित करते हुए कहीं। जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि जो पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में हमारी 18 मांगों को शामिल करेगी उसे समर्थन देकर हम चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने आगे कहा, आर्थिक आरक्षण सहित करीब 22 सूत्रीय मांगों को करणी सेना परिवार ने विगत 8 जनवरी को भोपाल के जम्बूरी मैदान में प्रदर्शन किया था, जिस पर भाजपा ने 22 मे से 18 मांगों को माना था। लेकिन एक भी मांग को पूरा नहीं करते हुए भाजपा ने उनके साथ वादा खिलाफी की है। जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा का विरोध कर रहे हैं। व्यवस्था परिवर्तन की लड़ रहे थे, लेकिन अब सत्ता परिवर्तन की लड़ाई लड़ने मैदान में उतरे हैं। मध्यप्रदेश की 80 विधानसभा सीटों में करणी सेना परिवार अपने उम्मीद्वार मैदान में उतारेगी।
जिन 18 मांगों को भाजपा ने मानकर भी अमली जामा नहीं पहनाया, उन मांगों को यदि कांग्रेस अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करती है तो करणी सेना कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी और सत्ता परिवर्तन करेंगी। यदि कांग्रेस भी उनकी मांगों को अपने घोषणा पत्र में नहीं रखती है तो कांग्रेस का भी विरोध किया जाएगा। कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी और अन्य छोटे दलों से भी चर्चा लगातार जारी है।
जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि बाहर जाकर चुनाव लडऩा उचित नहीं है, बाहर मैं क्या हूं, कैसा हूं यह कोई नहीं जानता। जावरा विधानसभा मेरा घर है, मैं इस विधानसभा का बैटा हूं तो मेरी अच्छाई, बुराई सभी जानते है। मैं और करणी सेना परिवार आम आदमी के किन मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ है, इसको लेकर मुझे वोट मिलेंगे और चुनाव में जीतकर विधानसभा पहुचेंगे। विरोधी चाहे जितनी भी कोशिश करले मुझे बदनाम करने की, मेरी छबी को खराब कर ले, मुझ पर चाहे कितने भी आरोप लगा ले, इसका निर्णय जनता को करना है कि सत्य की लड़ाई कोन लड़ रहा है।