पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित खुफिया मुख्यालय पर 16 महीने पहले हुए रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) अटैक मामले में कनाडा में छिपे आतंकी लखबीर सिंह लंडा के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के बाद अब पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने लंडा की तरनतारन जिले के गांव कीड़िया में चार कनाल संपत्ति को कुर्क कर लिया है।

इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों को कठोर सजा दिलाने के लिए पुलिस साइंटिफिक तरीके से जांच कर रही है। डीजीपी गौरव यादव भी इस मामले को लेकर काफी गंभीर है, क्योंकि आरोपियों ने खुफिया मुख्यालय पर हमला कर पंजाब पुलिस को निशाना बनाया था।

  • मई 2022 में मोहाली के सेक्टर-77 स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय को विदेश में बैठे आतंकियों ने अपने नेटवर्क में शामिल गैंगस्टरों के सहारे निशाना बनाया गया था। देर शाम मुख्यालय की इमारत पर आरपीजी से हमला किया गया था। हालांकि हमले के वक्त दफ्तर में छुट्टी हो चुकी थी। यही वजह थी कि कोई हताहत नहीं हुआ था। हालांकि इमारत को मामूली नुकसान पहुंचा था। मोहाली के सोहाना थाने में केस दर्ज किया गया था। पंजाब पुलिस की जांच में हमले की साजिश पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और कनाडा की भूमिका सामने आई। कनाडा में छिपे आतंकी लखबीर सिंह लंडा ने पूरी साजिश रची थी। आरपीजी पाकिस्तान से भेजा गया था।

इस बारे में मोहाली के डीएसपी सिटी- दो हरसिमरन सिंह बल का कहना है कि उन्होंने 13 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया। मामले की जांच को जब आगे बढ़ाया तो केस में दो और लोगों को नामजद किया गया। उन पर भी भविष्य में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले हमले में शामिल नाबालिग आरोपी का चाल परीक्षण तक करवाया गया।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा केस से जुड़ी सभी लैब रिपोर्ट आ चुकी हैं। जबकि आतंकी लंडा को इस मामले में पहले ही भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। कुर्क की गई संपत्ति का सत्यापन तरनतारन के राजस्व विभाग ने की। तरनतारन के डीसी ने संपत्ति का ब्योरा भेजा था। इसके बाद पंजाब पुलिस ने उक्त संपत्ति को कुर्क कर लिया है। इससे पहले आंतकी लंडा की कुछ संपत्ति को एनआईए भी कुर्क कर चुकी है।