रायपुर- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की लगातार बिगड़ती सेहत के बीच देशभर में दुआओं का दौर जारी है. इस बीच ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और अटल सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके डाॅ.रमन सिंह के जेहन में भी अब पुरानी यादें तैर रही हैं. रमन राज्यपाल बलराम दास टंडन की अंत्येष्टि में शामिल होने चंडीगढ़ गए हैं, दिल्ली भी जाएंगे, लेकिन अपनी रवानगी के ठीक पहले पुरानी यादें साझा की.
डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि- आज पूरा देश कामना कर रहा है कि अटल जी के स्वास्थ्य में जल्द सुधार हो जाए. वे स्वस्थ हो जाए. उन्होंने यादों के पिटारे से कुछ लम्हों को भी साझा किया. रमन ने कहा कि- जब मैं बीजेपी युवा मोर्चा में था. वो पहला मौका था, जब अटल जी को करीब से देखने का मौका मिला था. कवर्धा में उनका दौरा था. मैंने उनकी सभा कराने का आग्रह किया था. वक्त कम था और उन्होंने सभा के लिए इस शर्त पर सहमति जताई थी कि सुबह छह बजे सभा के लिए भीड़ जुटा ली जाए. चुनौती बड़ी थी,लेकिन अटल जी की सभा के लिए पूरा रात मेहनत कर कवर्धा में ऐतिहासिक सभा हुई. अटल जी बेहद खुश हुए. रमन ने कहा कि मुझे उनके मंत्रीमंडल में भी उनके साथ काम करने का मौका मिला.
देश की राजनीति में अटल जैसा कोई नहीं- रमन
मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि देश की राजनीति में अटल बिहारी बाजपेयी सरीखा दूसरा नेता पैदा नहीं हो सकता. पक्ष-विपक्ष, जाति-पाति की राजनीति से दूर उन्होंने हर किसी को साथ लेकर चलने पर ज्यादा भरोसा जताया. यही उनकी लोकप्रियता की वजह भी थी कि हर पार्टी में उनकी स्वीकार्यता थी. अटल जी हर किसी के बेहद प्रिय रहे. हर कोई उनका सम्मान करता रहा. देश की राजनीति में उनके जैसा कोई नहीं हो सकता.
अटल बिहारी बाजपेयी से जुड़ी यादों को साझा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि- उनका एक संस्मरण याद आ रहा है. अविभाजित मध्यप्रदेश में एक दफे रायपुर के दौरे पर आए अटल जी ने कहा था कि छत्तीसगढ़ की सभा सीटें जीतकर दो मैं राज्य का निर्माण करा दूंगा. सभी सीटें नहीं जीते जाने के बावजूद उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य की नींव रखी. एक अलग राज्य का गठन कराया. उन्होंने कहा था कि राज्य के विकास की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ के लोगों की है. मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग कर उन्होंने इस राज्य के शिल्पीकार की भूमिका अदा की. छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि- छत्तीसगढ़ अटल जी की ही देन है. सावन का पर्व चल रहा है, ऐसे में भगवान शिव-पार्वती से यही कामना है कि उन्हें स्वस्थ कर दें.