पंचांग के अनुसार मातृ नवमी 7 अक्टूबर 2023 को है. यह तिथि माता का श्राद्ध करने के लिये सबसे उपयुक्त दिन होता है. इस तिथि पर श्राद्ध करने से परिवार की सभी मृतक महिला सदस्यों की आत्मा प्रसन्न होती है.पितृपक्ष में पड़ने वाली हर तिथि का अपना महत्व है लेकिन मातृ नवमी का अपना विशेष महत्व है.

इसलिए इस तिथि को सौभाग्यवती श्राद्ध तिथि भी कहा जाता है. जीते जी मां परिवार की खुशहाली के लिए हर संभव प्रयास करती है. ऐसे में मातृ नवमी पर दिवंगत माता को याद करते हुए श्राद्ध करने से सभी कष्ट दूर होते हैं, उनकी कृपा से घर फलता फूलता है. Read More – Sridevi की मौत के 5 साल बाद बोनी कपूर ने तोड़ी चुप्पी, कहा – उनकी मौत नेचुरल नहीं थी …

मातृ नवमी पर क्या करें?

स्नान कर दोपहर में दक्षिण दिशा में चौकी पर सफेद आसन बिछाएं मृत परिजन की फोटो रख माला पहनाएं. गुलाब के फूल चढ़ाएं फोटो के सामने तेल का दीपक जलाएं, उसमें काले तिल डालें अब विधि विधान से श्राद्ध क्रिया संपन्न करें. इस दिन भूलकर भी किसी महिला का अपमान न करें, घर आए मेहमान, पशु-पक्षी को बिना अन्न-जल जाने के लिए न कहें.