भुवनेश्वर, सिक्किम में आई बाढ़ में शहीद हुए ओडिया जवान सरोज कुमार दास का पार्थिव शरीर आज भुवनेश्वर हवाईअड्डे पर पहुंचा. एयरपोर्ट पर शहीद उड़िया जवान को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया.
मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजली
ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल द्वारा शहीद को श्रद्धांजलि देने के बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी एयरपोर्ट पर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी. मंत्री प्रफुल्ल मल्लिक, ढेंकनाल के सांसद महेश साहू, सीआरपीएफ, बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त सेना के जवान और विभिन्न राजनीतिक दलों के कई नेताओं ने भी हवाई अड्डे पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उनके बड़े भाई और पिता, जो एक सेवानिवृत्त सेना कर्मी हैं, हवाई अड्डे पर मौजूद थे.
जन्मस्थान में हुआ अंतीम संस्कार
सरोज कुमार दास उन 23 सैनिको में शामिल थे, जो उत्तरी सिक्किम में तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण लापता हो गए थे. बाद में उन्हे मृत पाया गया. आज शहीद जवान की पार्थिव शरीर को भुवनेश्वर एयरपोर्ट से बटालियन यूनिट कार्यालय ले जाया गया, जहां से उन्हें उनके गृहनगर ढेंकनाल भेजा गया.
जवान को पूरे सम्मान के साथ समारोह के बाद, एक जुलूस ढेंकनाल जिला कलेक्टर के कार्यालय तक ले जाया गया. जिला प्रशासन राष्ट्र के लिए उनके बलिदान को स्वीकार करते हुए सरोज दास को अपना सम्मान दिया. वहां से जुलूस दिघी पंचायत, कामाक्षानगर, ढेंकनाल के केंदुदीप तक पहुंचा. अंतिम यात्रा गांव के श्मशान घाट पर समाप्त हुआ, जहां उनका सम्मान पुर्वक अंतिम संस्कार किया गया.
जिला प्रशासन ने इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सरोज दास के परिवार को अटूट समर्थन का आश्वासन दिया है. बता दें कि उनकी हाल ही में फरवरी में शादी हुई है और वह 2012 से सेना में ईएमई जवान के रूप में कार्यरत हैं.
कैसे हुए शहीद
रात करीब डेढ़ बजे लहोनाक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. जिसके बाद चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने से स्थिति और जटिल हो गई और अचानक तीस्ता नदी में 15-20 फीट की ऊंचाई तक पानी का स्तर बढ़ गया. शहीद जवान वहां लोगों की रेस्क्यु करने के कार्य में लगे हुए थे.