भोपाल। न्याय यात्रा लेकर सीएम हाउस का घेराव करने जा रही SDM निशा बांगरे को भोपाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। छतरपुर डिप्टी कलेक्टर सीएम हाउस के बाहर अनशन करने जा रही थी। तभी भोपाल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान निशा बांगरे की पुलिस से झड़प भी हुई। उन्होंने अपने सोशल मीडिया ट्विटर (X) पर जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें अब सेंट्रल जेल ले जाया जा रहा है।

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SDM निशा बांगरे ने लिखा, “उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी के पोस्टर फाड़ दिए। उन्होंने दलित की बेटी यानी मेरे कपड़े फाड़ दिए। उन्होंने मेरे हाथों में पकड़े हुए संविधान का अपमान किया। क्या आप इन्हें माफ कर पाएंगे। हमें बर्बरता पूर्वक गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल ले जाया जा रहा है। आप इन तस्वीरों से तय करिए क्या हमारा कोई सम्मान नहीं ? क्या बाबा साहेब का अपमान हम सह सकते हैं, क्या संविधान का अपमान हमसह सकते हैं ?? संविधान निर्माता बाबा साहब की छवि को फाड़ दिया गया, मेरे कपड़े फाड़ दिए गए।”

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दरअसल न्याय पद यात्रा पर निकली SDM निशा बांगरे की यात्रा आज राजधानी भोपाल पहुंची। जहां उन्होंने एमपी नगर स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। जिसके बाद सीएम हाउस के बाहर आमरण अनशन करने जा रहीं थी। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें रोक लिया। जिसके बाद समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। और फिर पुलिस ने बांगरे को हिरासत में लेकर सेन्ट्रल जेल ले जाया गया।

निशा बांगरे की गिरफ्तारी पर बोलीं रागिनी नायक

निशा बांगरे की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक मध्य प्रदेश सरकार पर जमकर बरसीं। उन्होंने कहा – केवल अपना त्याग पत्र देने के लिए एक आदिवासी डिप्टी कलेक्टर को पुलिस के डंडे खाने पड़ रहे हैं उनके कपड़े फाड़ दिए गए। ये सरकार तानाशाही की पराकाष्ठा पर पहुंच गई है। बाबा साहब की तस्वीर तक को भी फाड़ दिया गया। 18 साल में प्रदेश में संविधान को लगातार तार तार किया गया। युवाओं की नौकरियों में घोटाला कर दिया जाता है, आदिवासियों पर पेशाब कर दिया जाता है। आज हद यहां तक हो गई की बाबा साहब की फोटो फाड़ दी गई। जनता के सुख चैन हक और हुकूख को ये सरकार खा गई है।

बता दें कि निशा आमला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसके लिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। ऐसे में निशा न्याय यात्रा पर निकली हैं। उन्होंने अपनी यात्रा 28 सितंबर को आमला से शुरू की थी। उनकी ये यात्रा बोरी, सारणी, सलैया, शाहपुर, केसला, नर्मदापुरम, सलकनपुर, बुधनी, जैत, शाहगंज ओब्दुल्लाहा गंज और से मंडीदीप होते हुए भोपाल पहुंच रही है। पहली बार है जब कोई शासकीय अधिकारी अपना इस्तीफा स्वीकार करवाने के लिए इस तरह न्याय यात्रा पर निकला है।

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