शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में डेंगू का प्रकोप बढ़ते जा रहा है। शहर में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 360 से ऊपर पहुंच चुका है। जिसके चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस साल के अंत तक डेंगू के 368 मरीज सामने आ चुके हैं।

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राजधानी भोपाल की बात करें तो अस्पतालों में डेंगू मरीजों की लंबी कतार लगी हुई हैं। वहीं मलेरिया विभाग इसे एलाइजा जांच के अभाव में मानने से इंकार कर रहा है। विभाग निजी अस्पतालों द्वारा की गई डेंगू की जांच को सही नहीं मान रहा है। उनका कहना है कि रैपिड कीट या अन्य माध्यमों की जांचों से डेंगू की पुष्टि नहीं होती है। इसी वजह से अभी तक भोपाल की सरकारी रिकार्ड के मुताबिक डेंगू के 6 मरीज ही भर्ती हैं। जबकि हकीकत में निजी अस्पतालों में डेंगू संदिग्धों की संख्या इससे अधिक है।

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ग्वालियर में डेंगू का कहर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सोमवार को डेंगू के 34 नए मामले सामने आए हैं। ज्यारोग्य और जिला अस्पताल में कुल 204 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 3 साल की बच्ची सहित 34 मरीज़ों में डेंगू की पुष्टि हुई। पीड़ितों में ग्वालियर जिले के 10 मरीज़ और अन्य जिलों के 24 मरीज़ शामिल हैं। जिले में अब डेंगू का आंकड़ा बढ़कर 371 तक पहुंच गया है।

जानें डेंगू के लक्षण
बुखार के साथ सिर दर्द, आंखों और मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, शरीर पर लाल चकते। सामान्य बुखार आने के पहले पांच दिन की अवधि में एंटीजन वेस्ट किट से एलाइजा टेस्ट कराएं, पांच दिन बाद एंटीबाडी टेस्ट कराएं।

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