कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 सितंबर को फूल बाग मैदान में आयोजित गुर्जर महाकुंभ के दौरान कलेक्ट्रेट भवन पर हुई हिंसक झड़प और उसके बाद की गई पुलिस कार्रवाई के विरोध में राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति ने गुरुवार यानी 12 अक्टूबर को सामूहिक गिरफ्तारी देने की घोषणा की है। संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ने जारी एक प्रेस नोट में बताया है कि 5 सूत्रीय मांग को लेकर ग्वालियर में सामूहिक रूप से अपनी गिरफ्तारियां देंगे। इधर ADGP डी श्रीनिवास वर्मा ने लोगों से अपील की है कि सोमवार से चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है और सभी को इसके दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए। बिना अनुमति के किसी भी तरह के धरना प्रदर्शन आंदोलन जुलूस रैली आदि की मनाही है।
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वहीं संभावित गुर्जर आंदोलन के समर्थन में सामूहिक गिरफ्तारी देने संबंधी कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी संगठन द्वारा अनुमति लिए जाने संबंधी आवेदन नहीं मिला है। उधर प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में गुर्जर संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र भाटी ने बताया कि 25 सितंबर को आयोजित गुर्जर महाकुंभ के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने आंदोलन में घुसकर माहौल बिगड़ने की कोशिश की थी। जिसके बाद पुलिस ने सैकड़ो बेकसूर लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है और उन पर रासुका जैसी कार्रवाई की गई है और गुर्जर समाज में डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना है कि प्रदर्शन के दौरान लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएं। पुलिस द्वारा जप्त वाहनों को उनके कागजातों की जांच करके छोड़ जाए। भिंड में बोरेश्वर मंदिर से गुर्जर प्रतिहार शासक का नाम जो पूर्व से अंकित था उसे हटाया गया है उसे फिर से स्थापित किया जाए। इसके अलावा फर्जी एनकाउंटर में यूपी पुलिस द्वारा मारे गए आकाश गुर्जर के परिजनों को आर्थिक मदद की जाए।
बता दें कि ग्वालियर में 25 सितंबर को गुर्जरों द्वारा निकाली जा रही ‘गुर्जर जागरूकता यात्रा’ के समापन के मौके पर ग्वालियर के फूलबाग मैदान में ‘गुर्जर महाकुंभ’ का आयोजन किया गया था। महाकुंभ के बाद सभी कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ गए और इस दौरान भीड़ ने पुलिस बैरिकेट्स गिराकर कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। इस घटना के बाद पुलिस ने लगभग 700 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और 20 युवकों को हिरासत में लिया था। साथ ही 200 गाड़ियों को भी जब्त किया गया था।
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