चंडीगढ़. पी.जी.आई. के नेहरू अस्पताल में आग लगने की घटना के बाद जहां इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं इलेक्टिव सर्जरियों को बंद कर दिया गया है।

पी.जी.आई. के डायरेक्टर डॉ. विवेक लाल के अनुसार फिलहाल इलेक्टिव सर्जरियों को बंद कर दिया गया है। यह फैसला एयर कंडीशनर से निकलने वाले धुएं के कारण लिया गया है। हालांकि गत दोपहर तक धुआं हट गया था पर सावधानी के तौर पर इन्हें बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि वह किसी तरह को जोखिम नहीं लेना चाहते।

वहीँ PGI चंडीगढ़ में लगी आग की जांच के लिए 14 सदस्य कमेटी का गठन कर दिया गया है। यह कमेटी आगे से इस तरह की कोई दुर्घटना ना हो इसके लिए उपाय पर भी अपने सुझाव देगी। आग के दौरान कुल 424 मरीजों का रेस्क्यू किया गया है।


आग लगने के बाद दूसरी जगह शिफ्ट किए गए मरीजों को नेहरू अस्पताल और नेहरू अस्पताल एक्सटेंशन ब्लॉक के दो अलग-अलग क्षेत्रों में रखा गया है। हादसे के समय आस-पास के वार्डों और वार्डों में भर्ती मरीजों को भी संबंधित वार्डों या आई.सी.यू. में शिफ्ट कर दिया गया क्योंकि धुआं आस-पास के वार्डों में फैल गया।

घटना के 60 मिनट के अंदर निकासी की गई और मरीजों या स्टाफ को जानी नुक्सान नहीं हुआ। 12.30 बजे के बाद 2 मरीजों के इलाज संबंधी सेवाएं पूरी तरह शुरु हो गई। इस समय पी.जी.आई. के अन्य क्षेत्रों, एडवांस्ड ट्रॉमा सेंटर और नेहरू अस्पताल एक्सटेंशन और ओ.टी. के अस्थायी प्रबंध किए गए हैं।