पुरी. श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने गुरुवार को पुरी में सेवायत संगठनों और होटलों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में भक्तों के बीच श्रीमंदिर के दर्शन के दौरान सभ्य और उचित कपड़े पहनने के लिए जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. एसजेटीए के मुख्य प्रशासक रंजन दास ने इस संबंध में आगंतुकों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए सभी सेवायत संगठन के अध्यक्षों और सचिवों और होटल मालिकों को पत्र लिखा है.
जानें क्या पहनने पर श्रीमंदिर में नहीं मिलेगी एंट्री
एडवाइजरी में लिखा गया है कि “भारत और विदेशों में विभिन्न धर्मों के धार्मिक मंदिरों में धार्मिक पवित्रता और आध्यात्मिक माहौल सुनिश्चित करने के लिए उन मंदिरों में जाने वाले भक्तों के लिए ड्रेस कोड होते हैं. काफी लंबे समय से विद्वान और शोधकर्ता, पुजारी और भगवान जगन्नाथ के भक्त पुरी में भी इसे शुरू करने की मांग कर रहे थे, ”
“शॉर्ट्स, पारदर्शी और भड़कीली पोशाकें, कटी फटी जींस और अन्य अनुचित वेशभूषा में आने वाले लोगों के पास यह संदेश जाना चाहिए. हालाँकि, मंदिर प्रशासन द्वारा पोशाकों की कोई उदाहरणात्मक सूची निर्धारित नहीं की गई है, फिर भी हम भक्तों के विवेक पर विचार करते हैं कि महिलाएं साड़ी, सलवार-कमीज और पुरुषों के मामले में पैंट, शर्ट, चूड़ीदार-पंजाबी और धोती आदि जैसी सभ्य और उचित पोशाक पहनें.’
नए साल से लागु होगा ड्रेस कोड
क्यों की श्रीमंदिर में आने वाले लोग पहले चरण में किसी होटल या गेस्ट हाउस में ठहरते हैं इसलिए होटल कर्मचारिओं से आग्रह किया गया है कि वे लोगों के बीच सभ्य और शालीन ड्रेस कोड को लेकर जागरुकता फैलाएं. पर्यटक गाइड़ और पंडों की भी एक साथ मिलकर आगंतुकों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए सलाह दी गई है. मंदिर प्रशासन ने कहा है कि इस तरह का जागरूकता अभियान साल के अंत तक जारी रहेगा. नए साल से यह सुनिश्चित किया जाएगा की कोई भी अनुचित पोशाकों में मंदिर में प्रवेश न कर सकें. अगर किसी ने इस नियम का उलंघन किया तो मंदिर प्रशासन अधिक कड़े कदम उठा सकता है.