शब्बीर अहमद, भोपाल/कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि हम शिक्षा और बच्चों की बात कर रहे हैं, मगर पब्लिक का ध्यान भटकाने वाले लोगों को कुछ और ही समझ में आ रहा हैं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर पलटवार किया है।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया के एक्स (X) पर ट्वीट कर लिखा- शिवराज सिंह, अच्छे लोगों का यही कायदा है कि बड़ों का आदर करते हैं। कांग्रेस में तानाशाही नहीं हैं कि जहां अपने ही नेताओं का नाम न लिया जाए, बात न सुनी जाए। हम शिक्षा और बच्चों की बात कर रहे हैं, मगर पब्लिक का ध्यान भटकाने वाले लोगों को कुछ और ही समझ में आ रहा है। असल मुद्दा तो ये है कि हम जाति, धर्म, वर्ग से परे मप्र के हर बच्चे को छात्रवृत्ति योजना के तहत कक्षा 1 से 8 तक 500 रुपए प्रति माह, 9वीं और 10वीं तक 1,000 प्रति माह और 11वीं और 12वीं के छात्रों को1,500 रुपए प्रति माह देंगे। ये हमारा वचन है।
कमलनाथ ने कही ये बात
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा- अपनी ही सरकार और पार्टी में हाशिये पर डाल दिए जाने के बाद से आप अत्यंत असंतुलित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। आज आपने सारी मर्यादाओं को तोड़ते हुए कह दिया कि गांधी परिवार ने देश को ठगा है, उनके बाप का क्या जाता है ? जिन प्रियंका के पूज्य पिताजी के बारे में आप इस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी मातृभूमि के लिए शहीद हुए थे। प्रियंका की दादी इंदिरा गांधी ने देश की एकता अखंडता के लिए अपना लहू भारत माता को समर्पित किया था। आपकी झूठ फरेब की राजनीति, आपको मुबारक हो। मुझे और पूरे हिंदुस्तान को गांधी परिवार पर गर्व है क्योंकि गांधी देश के लिए जीना और मरना जानते हैं। एक बात और कि कांग्रेस झूठी घोषणा नहीं करती। हम तो उसी सनातन वाक्य पर चलते हैं- प्राण जाए पर वचन न जाए।
वहीं प्रियंका गांधी पर सीएम शिवराज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं ध्यान भटका नहीं रहा हूं, बल्कि ध्यान दिला रहा हूं। आपसे जो लोग ये घोषणाएं करा रहे हैं, उनका ट्रैक रिकॉर्ड खराब है। आपको कमल नाथ से पूछना चाहिए कि जब उनकी सरकार थी, तब उन्होंने बच्चों के लैपटॉप क्यों छीने, साइकिल क्यों छीनी? स्कूली शिक्षा सहित जनकल्याण की अनेक योजनाएं क्यों बंद कीं? और अब मैं आपको समय-समय पर ध्यान दिलाता रहूंगा कि आपकी सरकार ने जनकल्याण की कौन-कौन सी योजनाएं बंद की थी।
आपको बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम शिवराज सिंह ने कहा था कि गांधी परिवार ने पहले सबको ठगा था, लेकिन अब कमलनाथ, गांधी परिवार को ही ठगने का काम कर रहे हैं। कल जिस तरह से प्रियंका गांधी से घोषणाएं करवाई गई। मैंने वह वीडियो देखा, कई घोषणाएं करके बैठ गई बोले, एक और करो। अच्छा पता नहीं बोलने के पहले उन्होंने पढ़ा कि नहीं पढ़ा।
मैडम बोलती है कि अभी-अभी एक और घोषणा मुझे बताई है, कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक बच्चों की स्कूली शिक्षा नि:शुल्क होगी। फिर भाषण शुरू हो गया, कमलनाथ फिर प्रियंका को टोकते हैं, करेक्शन कराते हैं, प्रियंका गांधी बोलती है आप ही बोलिए…बोलते हैं नहीं, आप ही बोलिए। फिर वह दोबारा पढ़ती हैं कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक 500 देंगे, नौवीं से लेकर दसवीं तक 1000 देंगे, 10 से 12 तक 1500 हर साल देंगे।
इसके बाद सुरजेवाला जाते हैं कहते हैं, हर साल नहीं, हर महीना। फिर मैडम कहती है, लिखा तो इसमें हर साल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आप कल्पना कर सकते हैं कि पहले कुछ लिखते हैं, फिर पढ़ने का कहते हैं, कितने गंभीर है वह की हर साल में काम नहीं चलेगा तो हर महीने आ जाओ। सीएम शिवराज ने कहा कि वोट के लिए इस तरह से झूठ बुलवाना ठीक नहीं है। ये कांग्रेस की कंफ्यूज करो और वोट लो की नीति है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने प्रियंका से मांगा जवाब
वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि 2018 में राहुल गांधी की झूठी घोषणा का प्रियंका गांधी जवाब दे। कांग्रेस की झूठी घोषणा के चलते मध्य प्रदेश का किसान डिफाल्टर हो गया था। कांग्रेस नौजवानों को बेरोजगारी का भत्ता देने की बात कहकर मुकर गई। सिर्फ झूठ की दुकान है और कुछ नहीं, कांग्रेस आतंकवाद जैसे पीएफआई के समर्थन में खड़ी है। कांग्रेस का इंडिया गठबंधन सनातन धर्म को बदनाम करने में लगा है। करप्शननाथ ने 15 महीने की सरकार में मध्य प्रदेश को बर्बाद कर दिया था। वहीं मैहर विधायक के इस्तीफे को लेकर कहा कि बीजेपी नारायण त्रिपाठी जैसे लोगों को जवाब देना जानती है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक