पुरी. ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की गुप्त गुंडिचा यात्रा ‘गुप्त गुंडिचा यात्रा’ शुरू हो गई है. भगवान ऐसा उस वादे के अनुसार कर रहे हैं जो उन्होंने नीलाद्रि बिजे के दौरान देवी लक्ष्मी से किया था.
इस अवसर पर, मां दुर्गा के अवतार में जगन्नाथ माधब और मां महालक्ष्मी दोलामंडप साही में नारायणी मंदिर में जाते हैं. यह भगवान दुर्गा माधब की पूजा के प्रतीक के रूप में किया जाता है. रीत और परंपरा के अनुसार, इस दुर्लभ यात्रा को गुप्त गुंडिचा यात्रा के नाम से जाना जाता है. यह रीत शोडस पूजा के दौरान श्रीक्षेत्र में एक महत्वपूर्ण रीत है.
सकल धूप के बाद जब भगवान दुर्गा माधब नारायणी मंदिर जाते हैं तो वहां बिजे कहली की ध्वनि के बीच बंदापना रीत किया जाता है. यहां भगवान दुर्गा माधब के कुछ विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं. साथ ही भोग भी लगाया जाता है. इस गुप्त गुंडिचा रीत को देखने के लिए श्रद्धालु काफी उत्साहित दिखे.
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