नेहा केशरवानी, रायपुर. अमित शाह के बयान उल्टा लटका देंगे वाले बयान पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बयान सामने आया है. बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ का पैसा खाने वाले लोग, लोगों का शोषण करने वाले लोग, महादेव सट्टा एप में पैसे लगवाने वाले लोग कोयला, शराब, धान, रेत, सीमेंट, जंगल, जमीन घोटाला करने वाले लोग. ऐसे सब लोगों को उनके उचित स्थान बड़े घर में जाना ही पड़ेगा और इसके लिए तैयार रहना.

कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची और विधायकों के टिकट कटने को लेकर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, मुख्यमंत्री ने जिन्हें आश्वासन दिया उन्हें टिकट नहीं दे रहे. टीएस सिहंदेव, चरणदास महंत, ताम्रध्वज साहू ने जिसे आश्वासन दिया उनको टिकट नहीं मिल रही. सिर फुटव्वल की स्थिति है. पौने 2 महीने पहले बीजेपी ने 21 सीटों और अभी 64 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं,
Bjp आगे बढ़ गई है.

कांग्रेस के अमित शाह डैमेज़ कंट्रोल करने आए वाले बयान पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, बीजेपी के पास में नेता हैं. कांग्रेस के पेट मे दर्द क्यों हो रहा? जब-जब यहां नेता आते हैं तब-तब कांग्रेस में घबराहट होती है. कांग्रेस पार्टी को डर लगता है कि कोयला, महादेव सट्टा मामले में कहीं अंदर न चले जाएं. कांग्रेस वालों की मोदी शाह के नाम से पेंट ढीली हो जाती है.

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार को लेकर आगे कहा, 2003 में अजित जोगी के खिलाफ जो वातावरण था,
हत्या, माफियाओं को संरक्षण देना वैसा ही वातावरण कांग्रेस सरकार के खिलाफ बना है. छत्तीसगढ़ में माफिया राज बनाने के लिए कांग्रेस की सरकार में 5 सालों में किसी का विकास नहीं हुआ है. स्कूल, कॉलेज, सड़कें, बिजली कुछ नहीं हैं. जनता ने तय कर लिया कि विकास विरोधी सरकार को उखाड़ के फेकना है.

बीजेपी सूची आने के बाद कार्यकर्ता विरोध कर रहे इस पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, विरोध करना सामान्य बात है.
हमारे पार्टी में मतभेद हो सकता हैं, मनभेद नहीं. बीजेपी को जिताने का काम सब कार्यकर्ता मिलकर करेंगे.

कांग्रेस की दूसरी सूची को लेकर हो रही चर्चा और कई जगह सीटों के पेंच फंसने वाले सवाल पर बृजमोहन ने कहा, कांग्रेस के प्रत्याशी की सूची आने दें कितने लोगों में मायूसी आई है. कई कोयला घोटाले में जेल में हैं. कइयों ने महादेव सट्टा में पैसा लगाया हैं. ये सब पता चलेगा, जब कांग्रेस की दूसरी सूची आएगी. राज्य सरकार के कानून व्यवस्था का मामला है. ये काम कुछ नहीं करते.

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