दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। मध्य प्रदेश के आदिवासी जिला डिंडोरी में विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेसी नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिल रही है। डिंडोरी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ कांग्रेस नेता ही निर्दलीय चुनाव लड़ने मैदान में कूद चुके हैं। इसको लेकर दोनों कांग्रेस नेता जनता के बीच जोरदार प्रचार में भी जुट चुके है।

कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम 3 बार से कांग्रेस विधायक हैं। युवा कांग्रेस नेता रुदेश परस्ते पूर्व में बजाग जनपद अध्यक्ष रहे और वर्तमान में भारी मतों से जीत कर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज हुए है। रुदेश परस्ते ने डिंडोरी सीट से दावेदारी की थी और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से टिकिट मांगी थी, लेकिन टिकिट नहीं मिली। जिसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

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कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह का कहना है कि डिंडोरी विधानसभा पार्टी ने मुझे विश्वास के साथ अपना प्रत्याशी बनाया है। जनता का आर्शीवाद हमारे साथ है। विधानसभा चुनाव में सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी से कांग्रेस का रहता आया है। निर्दलीय प्रत्याशी से मुकाबला नहीं देखा जा सकता। निर्दलीय प्रत्याशी का कहना है कि कांग्रेस का कार्यकर्ता हुं, कांग्रेस से टिकिट नहीं मिलने के कारण निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं।

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निर्दलीय प्रत्याशी ने कहा कि इस बार पूरे क्षेत्र में माहौल है, पूरी जनता ने विचार बना लिया है। इस बार मैं निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हुं, उन्हें सिर्फ रुदेश परस्ते दिख रहा है। हमने जनता के लिए जिले में बड़े-बड़े आंदोलन किया है। कहा कि मेरा पहले कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से संपर्क रहा है, लेकिन मैंने देखा कि ओमकार मरकाम के रहने और उनके तानाशाही के कारण ऊपर वालों की चल नहीं पा रही है तो चुनाव है और लड़ना है। तय जनता को करना है।

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