मनीषा त्रिपाठी,भोपाल। राजधानी भोपाल का जय प्रकाश अस्पताल एक ऐसा अस्पताल बन गया है जो पहली बार मूकबधिरों (Deaf) के लिए सांकेतिक भाषा में स्वास्थ्य सेवा जैसी सुविधाओं में मदद कर रहा है। यह सुविधा जिला अस्पताल ने डेफ कैन फाउंडेशन के सहयोग से शुरू की गई है। वहीं पहले दिन ही 25 मुखी मरीज ने इसका उपयोग किया है।

डेफ कैन फाउंडेशन ने बेंगलुरू स्थित साइनएबल कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ यह साझेदारी की है। जिससे साइनएबल कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड ने भारत में पहली बार वीडियो रिले सर्विसेज (VRS) की शुरुआत हुई है। इससे मूक बधिर सीधे बार कोड को स्कैन कर संवाद कर सकेंगे। वहीं दूसरी और बैठा युवक उस संवाद को यहां मौजूद डॉक्टर्स को समझाएगा। ऐसा करने से बधिरों को इलाज में मदद मिलेगी।

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बतादें कि मध्यप्रदेश में पहली बार भोपाल के जेपी अस्पताल में मूक बधिर मरीजों के लिए इंटरप्रेटर सुविधा शुरू हुई है। वहीं इसके बाद से जेपी अस्पताल देश का पहला अस्पताल बन गया है जहां मरीजों को यह मिलेगी सुविधा मिल रही है। इसके साथ ही इंटरप्रेटर के माध्यम से डेफ कैन फाउंडेशन की फाउंडर प्रीति सोनी ने बयाया की वे खुद भी मूक-बधिर है।

अस्पताल की ओपीडी में क्यूआर कोड लगाया गया है, जिससे मरीज अपने मोबाइल से स्कैन कर सकते है। वहीं मरीज के इसारे समझकर ओपीडी काउंटर पर मौजूद स्टाफ को बोलकर बताएगा। सिविल सर्जन डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि डॉक्टर के पास भी क्यू आर कोड लगाए जाएंगे। वहीं सुविधा शुरू होने के पहले दिन ही 25 मुखी मरीज ने इसका उपयोग किया है।

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