दुर्ग. जिला अस्पताल में बीते दिनों हुए मारपीट के बाद अब पीड़ित श्रवण सिंह की मौत एक निजी अस्पताल में हो गई है. इसके बाद परिजनों से पूछे बगैर ही पुलिस ने पोस्टमार्टम करा दिया है. जिसके बाद परिजनों ने खाकी पर मिलीभगत होने का आरोप लगा रहे हैं. साथ ही न्याय की मांग कर रहे हैं.

दरअसल, 17 अक्टूबर को दुर्ग जिले के जिला अस्पताल से एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें एक मरीज को जमीन पर हाथ-पैर बांधकर बड़ी बेरहमी से पीटा गया था. पीड़ित मरीज मदद की पुकार लगाते हुए जमीन पर ही पड़ा रहता है. इतना ही नहीं थोड़ी देर बाद परिजनों से भी सुरक्षा गार्डों ने मारपीट की थी. यह पूरा वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पेशेंट के परिजन उसे जिला अस्पताल से हटाकर एक निजी अस्पताल ले जाते हैं. जहां पीड़ित श्रवण सिंह की मौत हो गई है.

जानकारी के अनुसार, भिलाई ख़ुर्सीपार निवासी श्रवण सिंह पिलिया से पीड़ित था, जिसके चलते उसे दुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन यहां दवाई देने की बात को लेकर श्रवण सिंह के साथ बड़ी बदतमीजी से व्यवहार करने के बाद जिला अस्पताल के ही स्टाफ और गार्ड ने श्रवण की बेरहमी से पिटाई कर दी थी. अब परिजन जिला अस्पताल के गार्ड और डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन सुपेला थाना पुलिस ने परिजनों को बताए बिना ही पोस्टमार्टम कर दिया है. जिसे लेकर स्थानीय पार्षद पीयूष मिश्रा और मृतक के भाई ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं. वहीं पुलिस बयान देने से बचती नजर आ रही है.

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