बिलासपुर. पुलिस की निजात अभियान व काउंसलिंग के माध्यम से सैकड़ों लोगों को नशे से निजात मिली. नशे से दूर होकर ऑटो पार्ट्स का व्यापारी वापस अपने चौपट व्यवसाय को संभाला तो वहीं बचपन से नशे का आदी युवक सैलून से रोजी कमा रहा और एक अन्य युवक बर्फ गोले का ठेला लगाकर अपना परिवार चला रहा.

आईजी अजय यादव एवं एसपी संतोष सिंह के निर्देश पर बिलासपुर जिले में नशे के विरूद्ध निजात अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत जिले के राजपत्रित अधिकारियों के सुपरविजन में सभी थाना प्रभारियों द्वारा लगातार अपने अपने क्षेत्र में कड़ी कार्यवाही के साथ नशे विरुद्ध जन-जागरूकता एवं आदी लोगों का काउंसलिंग किया जा रहा है. अभियान में ताबड़तोड़ कार्यवाही के कारण जिले में अपराधों में काफी कमी आई है.

नशे के आदी लोगों का सक्षम संस्था व अन्य एनजीओ, डॉक्टरो एवं सामाजिक कार्यकर्ता की उपस्थिति में लगातार काउंसलिंग तथा उनका स्वास्थ परीक्षण कराकर नशे से निजात पाने के उपाए बताए जा रहे हैं. बिलासपुर पुलिस के निजात अभियान के प्रचार प्रसार एवं काउंसलिंग से प्रभावित होकर सैकड़ों लोग नशे की लत से मुक्त हुए. जिले में अब तक 914 लोगों को काउंसलिंग दिया गया है, जिसमें से सैकड़ो लोग नशा छोड़ चुके हैं. वहीं सैकड़ों लोग लाभान्वित होकर नशा छोड़ने के समीप हैं और उनके जीवन को नई दिशा मिल रही है. पुलिस द्वारा इनके पुनर्वास में भी हर संभव मदद की जा रही है. ऐसे व्यक्ति दूसरे लोगों के लिए भी उदाहरण बन रहे हैं.

सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के संजय निर्मलकर द्वारा लगातार गांजा और शराब सेवन के कारण उसका काम धंधा चौपट हो गया था. थाने के काउंसलिंग और अन्य सहयोग से उसको नशे से निजात मिली, अब वो एक डेलीनीड दुकान पर काम कर रहा है. थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र में कबाड़ समान बीनने का काम करने वाले एक व्यक्ति जो कई वर्षों से शराब एवं नशीली दवाईयों का सेवन करते आ रहा था, जो थाना प्रभारी सिटी कोतवाली से संपर्क कर नशा छोडना चाहता हूं कि मंशा जाहिर की. उक्त मंशा से एसपी बिलासपुर को अवगत कराया गया, जिनके निर्देश पर राजू केवंट उर्फ कांचा केवंट का डॉक्टर से स्वास्थ परीक्षण करवाया और लगातार विशेषज्ञ द्वारा उन्हें निःशुल्क दवाइयां दिलवाई गई. वर्तमान में राजू उर्फ कांचा केवंट के नशा करने की आदत में अत्यधिक सुधार आया है.

राजू उर्फ कांचा केवंट भविष्य में पूरी तरह नशा छोड़ने की कसम ली है. तीसरी काउंसलिंग के बाद राजू उर्फ कांचा केवंट एक व्यक्ति जो सुर्या होटल के पीछे करबला रोड के नाले में गिर गया था, जो अपने को न संभाल पता था, प्रशंसनीय कार्य करते हुए राजू उर्फ कांचा केवंट ने 10 फीट गहरे एवं 15 फीट स्लेब से ढके नाला के अंदर घुसकर पानी के तेज बहाव से बिना डरे अपनी जान को जोखिम के डालकर उसे बाहर निकालकर लाया.

जय साहू जो नशे में डूबा रहता था, उसको सिरगिट्टी थाना बुलाया गया तो वो पहले तो डरा, लेकिन जब उसको पता चला कि नशे से उबरने में मदद के लिए बुलाया गया है तो वो बहुत खुश हुआ. निजात अभियान के तहत डॉक्टर्स से मदद मिली. वो नशे से उबर रहा और एक छोटी दुकान भी खोल ली है. कृष्ण जायसवाल कोनी क्षेत्र में मोटर पार्ट्स की 20 साल से सफलता से दुकान चलाते थे. बीच में नशे के आगोश में चले गए. निजात अभियान का दीवालों पर संदेश देखा और थाने से संपर्क किया. बार-बार समझाइश का असर हुआ और स्वयं को प्रेरित किया, जिसके कारण आज उनकी जिंदगी नशे से दूर हो पुनः पटरी पर लौटी है.

योगेश श्रीवास जो रतनपुर क्षेत्र का है, छोटी उम्र में शराब और गांजा का सेवन करने लगा था. थाने से कई बार उसकी काउंसलिंग कराई गई. आज वो नशे को छोड़ सैलून में काम कर रहे हैं और रोजी रोटी कमा रहे हैं. मेरे घर वाले भी खुश है और बिलासपुर पुलिस को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं. तालापारा निवासी एक व्यक्ति जो कई वर्षों से नशे का आदि था. उसके परिवार वाले उसके नशे करने की आदत से परेशान थे, जिसे सामाजिक कार्यकर्ता एवं डांक्टरों से 4-5 बार काउंसलिंग कराया गया. वर्तमान में वह व्यक्ति नशे को अलविदा कर चुका है और लगातार दवा ले रहा है. आज वो तालापारा में चाय की गुमटी लगाकर अपना जीवन व्यापन कर रहा है.

मिनीबस्ती निवासी एक नाबालिग लड़का पढ़ाई में बहुत अच्छा था, जो नशेडी दोस्तों की संगत में नशा करना सीख गया था. उसके मां-बाप ने थाना प्रभारी सिविल लाइन से संपर्क किया. थाना सिविल लाईन पुलिस द्वारा उक्त नाबालिग बच्चे को सामाजिक कार्यकर्ता एवं डॉक्टर से काउंसलिंग कराकर स्वास्थ परीक्षण करवाया गया और निःशुल्क दवाइयां दिलवाई गई. वर्तमान में उक्त नाबालिग नशे को पूरी तरह अलबिदा कहकर अपनी पढ़ाई की ओर ध्यान देने लगा है.

एक व्यक्ति जो कई वर्षों से नशे का आदि था, उसके नशे करने की आदत से उसकी पत्नि एवं बच्चे उसे छोड़कर चले गए थे. काउंसलिंग पश्चात उसे निःशुल्क दवा दिलाई गई. लगातार काउंसलिंग होने पर वह आज पूरी तरह से नशा छोड़ दिया है. नशा छोड़ने की जानकारी होने पर उसकी पत्नी एवं बच्चे उसके पास वापस आ गए हैं. बिलासपुर पुलिस द्वारा शहर के 9 थाना में हर रविवार को विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से कांउसलिंग कराया जा रहा है. कई लोगों के नाम उनके सहमति से दिया जा रहा है और अन्य के नाम गोपनीयता का सम्मान करने के लिए उल्लेख नहीं किया गया है.