लक्ष्मीकांत बंसोड़,डौंडी. सरकारी स्कूल में एक शिक्षक के भरोसे 3 कक्षाओं को पढ़ाना कहा का इंसाफ है. ऐसे में बच्चों का भविष्य कैसा होगा ये तो आप भी अच्छे से जानते है. शिक्षकों की कमी एक ही स्कूल में नहीं है कमोबेश यही स्थिति प्रदेश के कई स्कूलों में है. जिससे बच्चों को पढ़ने में परेशानी होती है.

दरअसल ऐसा ही एक ताजा मामला डौंडी से निकलकर सामने आया है. जहां पुसावड़ विकासखण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में एक शिक्षक के भरोसे 6वीं, 7वीं, 8वीं के 70 छात्रों की शिक्षा चल रही है. जिसको लेकर स्कूल के बच्चे और परिजन स्कूल का सामूहिक बहिष्कार कर तालाबंदी कर दिया है.

शिक्षकों की कमी को लेकर कई बार बीईओ, डीईओ, सीईओ और कलेक्टर से शिकायत की जा चुकी है.  इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. और एक ही शिक्षक यहां रोज पढ़ा रहा है. जिस वजह से अभी तक एक भी अध्याय पूरा नहीं हो सका है. जिससे नाराज होकर परिजनों ने स्कूल में ताला बंद कर दिया है. ये मांग कर रहे है कि स्कूल में जल्द से जल्द शिक्षकों की भर्ती की जाए. जब तक शिक्षकों की भर्ती नहीं की जाएगी तब तक स्कूल में ताला बंद रहेगा.

इस मामले में जब हमने एबीईओ से बात की तो उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर प्रस्ताव भेज दिया गया है. जल्द ही समस्या का हल निकल लिया जाएगा. वहीं मामले में जब हमने डीईओ से फोन पर बात करनी चाही तो उन्होंने हमारा फोन ही नहीं उठाया. अब देखना यह होगा कि कब तक स्कूल में शिक्षकों की भर्ती कराई जाएगी. या फिर ये स्कूल में एक ही शिक्षक के भरोसे ऐसे ही शिक्षा बदस्तूर जारी रहेगा.