चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग. पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. माओवादी लीडर पहाड़ सिंह ने गुरुवार को दुर्ग संभाग के आईजी से सामने आत्मसमर्पण किया है. बता दें कि इस नक्सली पर 47 लाख का इनाम था. ये तीन गनमैन की सुरक्षा में तैनात रहता था. पहाड़ सिंह ने कई नक्सली वारदातों को अंजाम दिया है. जिसमें कई सुरक्षाबल के जवान और पुलिस शहीद हो चुके है. यह सरेडंर पुलिस की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है.
आई जीपी सिंह ने कहा कि नक्सल लीडर का समर्पण पुलिस की बड़ी सफलता और नक्सल संगठन की विफलता है. नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे सर्चिंग अभियान का ही यह नतीजा है जिसके दबाव के चलते एक बड़े नक्सली कमांडर को समर्पण करना पड़ा है. इसी तरह आगे भी सर्चिंग अभियान जारी रहेगा. जिससे नक्सलियों का सफाया हो सके.
बता दें कि पहाड़ सिंह ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में नक्सल हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया. पुलिस पार्टी पर हमला, हथियार लूट, ग्रामीणों में दहशत फैलाने जैसी तमाम वारदातों में शामिल था. राजनांदगांव और महाराष्ट्र सीमा में लाल आतंक को बढ़ावा देता था. इस मामले में शाम 4.30 बजे आईजी जीपी सिंह पत्रकार वार्ता लेकर पूरी जानकारी साझा करेंगे.