स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय एथलीटों ने हाल ही में चीन के हांगझोउ (Hangzhou, Chaina) में आयोजित 19वें एशियन गेम्स (Asian Games) में पहली बार 100 से अधिक पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया. अब बारी पैरा एथलीट की है. रविवार, 22 अक्टूबर को हांगझोउ में एशियन पैरा गेम्स (Asian Para Games 2023) की रंगारंग शुरुआत हुई. इस बार में एशियन पैरा गेम्स में 22 खेलों में कुल 566 स्वर्ण पदक दांव पर हैं. इसके लिए लिए 43 देशों के करीब 4,000 पैरा एथलीट अपनी प्रतिस्पर्धा पेश करेंगे. भारत ने 313 खिलाड़ियों का दल भेजा है, जो अब तक के एशियन पैरा गेम्स में सबसे बड़ा दल है.

बता दें कि, भारतीय खिलाड़ी 22 में से 17 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं. भारत ने इस बार रोइंग, केनोइंग, लॉन बॉल, ताइक्वांडो और ब्लाइंड फुटबॉल जैसी स्पर्धाओं में भी अपने पैरा एथलीट उतारे हैं. एशियन पैरा गेम्स 28 अक्टूबर तक खेले जाएंगे. यह एशियन पैरा गेम्स का चौथा संस्करण है. पहली बार 2010 में चीन के ग्वांग्झू में इस खेल का आयोजन किया गया था. इसके बाद यह 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचन और 2018 में जकार्ता के पालेमबांग में आयोजित हो चुका है. चौथे पैरा एशियन गेम्स का आयोजन आधिकारिक तौर पर नौ से 15 अक्टूबर 2022 को होना था, लेकिन चीन में पिछले वर्ष कोविड-19 संक्रमण फिर से फैलने के कारण इसे स्थगित करना पड़ गया था.

गौरतलब है कि वर्ष 2010 में हुए एशियन पैरा गेम्स में भारतीय दल ने 14 पदक जीते थे. तब पदक तालिका में भारत को 15वां स्थान मिला था. इसके बाद 2014 एशियन पैरा गेम्स में भी भारत 15वें स्थान पर रहा. लेकिन, 2018 एशियन पैरा गेम्स में भारत ने अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए 9वां स्थान हासिल किया. इस बार भारत के शीर्ष-5 में रहने की उम्मीद की जा रही है. भारत के प्रणव सूरमा ने एथलेटिक्स प्रतियोगिता के शुरुआती दिन सोमवार को पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में स्वर्ण जीता. इस स्पर्धा का रजत और कांस्य पदक भी भारतीय खिलाड़ियों के नाम रहा. टोक्यो पैरालम्पिक में स्वर्ण जीतने वाली देश की पहली निशानेबाज अवनी लेखरा ने भी एशियन पैरा गेम्स में रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया.