योगेश शर्मा,बिल्हा. चुनाव आयोग एक तरफ विधानसभा चुनाव को देखते हुए हर विभाग लंबे समय से पैठ जमाए बैठे अधिकारियों का फेरबदल कर रही है. तो दूसरी तरफ बिल्हा क्षेत्र में सभी विभागों के अधिकारियों का तबादला हो रहा है. लेकिन कई विभाग ऐसे है जहां अधिकारी पैठ जमाए बैठे हुए है.

दरअसल आमतौर पर नौकर साही अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करते है. इसलिए निर्वाचन की लोकतांत्रिक प्रक्रिया निष्पक्ष होनी चाहिए. लेकिन ऐसा होता नहीं है क्योंकि साफ ट्रेक रिकॉर्ड वाले अधिकारियों की नियुक्ति अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में होता रहता है. जिन अधिकारियों को तबादला करना चाहिए उन्हें टस से मस नहीं किया जाता है. बिल्हा क्षेत्र में ऐसे कई अधिकारी है जो लंबे समय से एक ही जगह पर जमें हुए है. जिनकों मानों फेविकोल से चिपका कर रखा गया हो. जिससे वो कहीं दूसरे क्षेत्र में जा ही ना सके.

बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक का कहना है कि पिछले चुनाव में काफी अति की गई थी. उन्होंने कहा कि चाहे महिला बाल विकास हो, चाहे सवास्थ्य विभाग हो पिछले चुनाव में सभी विभागों में जमकर शराब बांटी गई थी. इसलिए जिन अधिकारी कर्मचारियों को तीन साल हो चुके है. उनका तत्काल चुनाव आयोग को ट्रांसफर करना चाहिए. वहीं आप पार्टी बिल्हा प्रत्याशी जसबीर सिंग का कहना है कि जो अधिकारी कर्मचारी लंबे समय से बने है उनका ट्रांसफर होना चाहिए.

गौरतलब है कि बिल्हा क्षेत्र से ही प्रदेश की राजनीति में अपना एक अलग मुकाम रखता है. यहां के विधायक हमेशा मंत्री मंडल या संगठन के मुख्य पद पर रहते है. इसलिए यहां का विधानसभा चुनाव भी काफी अलग नजरिए से देखा जाता है. और ऐसे में लंबे समय से बैठे इन अधिकारियों व कर्मचारियों का तबादला होना बहुत जरूरी है.