बिलासपुर. मरवाही विधायक अमित जोगी के खिलाफ बीजेपी नेता समीरा पैकरा चुनावी याचिका की सुनवाई हुई. समीरा पैकरा के वकील सतीश चंद्र वर्मा ने बताया कि प्रतिप्रश्न के दौरान शंकर सिंह कंवर ने कोर्ट में स्वीकार कर लिया कि अजीत जोगी से उनका कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं है. शंकर सिंह अजीत जोगी की ओर से गवाही के लिए पेश हुए थे.

सुनवाई के दौरान अजीत जोगी के कथित भाई शंकर सिंह कंवर से जब उन्होंने प्रतिप्रश्न किया तब शंकर सिंह ने बताया कि कंवर जनजाति में नवाखाई का त्यौहार पारिवारिक कार्यक्रम होता है. जिसमें परिजनों के अलावा किसी और उपस्थिति नहीं हो सकती. सतीश चंद वर्मा ने बताया कि कंवर जनजाति में नवाखाई मंदिरों में नहीं होता. जबकि अजीत जोगी हमेशा नवाखाई मंदिर में करते हैं.

अजीत जोगी ने अपनी जाति कंवर होने के पक्ष में जो दलीलें दी थी उसमें नवाखाई में शामिल होना एक अहम दलील दी थी. समीरा के वकील सतीशचंद वर्मा ने बताया गवाही में शंकर सिंह कंवर ने नेहा जोगी को जानने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस नाम की कोई लड़की जोगीसार में नहीं रहती. नेहा जोगी अमित जोगी की चचेरी बहन है. जिसके जाति प्रमाण पत्र के आधार पर अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र बना था.

इस मामले की अगली सुनवाई 12 सितंबर और 13 सितबंर होगी. जिसमें अजीत जोगी समेत 2 अन्य गवाहों की गवाही होगी. गौरतलब है कि 2013 में अमित जोगी मरवाही से चुनाव जीतकर विजयी हुए थे. जिसके खिलाफ उनसे चुनाव हारने वाली समीरा पैकरा ने हाईकोर्ट में उनकी जाति और जन्म को चुनौती देते हुए याचिका लगाई है.