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रायपुर। मासिक न्यूनतम पेंशन को 1000 रुपए से साढ़े सात हजार रुपए करने, महंगाई भत्ता साथ में देने, विधवा पेंशन में सौ प्रतिशत बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति 7 दिसंबर को दिल्ली रामलीला मैदान में विशाल धरना-प्रदर्शन करेगी. इसके बाद 8 दिसंबर से दिल्ली में ही क्रमिक अनशन किया जाएगा.
रायपुर में 29 अक्टूबर को हुए राष्ट्रीय संघर्ष समिति के अधिवेशन में फैसला लिया गया था कि छत्तीसगढ़ से भी ज्यादा से ज्यादा पेंशनर्स 7 दिसंबर को दिल्ली रामलीला मैदान में पहुंच कर धरना प्रदर्शन में सम्मिलित होंगे. राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राज्य अध्यक्ष एलएम सिद्दीकी आव्हान किया कि छत्तीसगढ़ राज्य के उन प्रमुख शहरों से जहां अधिकतम पेंशनर्स निवासरत हैं, कम से कम प्रत्येक जिले से सौ लोग निकलें और दिल्ली पहुंचे जिसके लिए अभी से तैयारी की जरूरत है.
इस संबंध में हुई बैठक में लगभग सभी जिलों एवम विभागों के प्रतिनिधि पर्याप्त संख्या में मौजूद थे और सभी ने रामलीला मैदान में प्रस्तावित 7 दिसंबर का धरना और 8 दिसंबर से जंतर मंतर में क्रमिक अनशन की सफलता के लिए आश्वासन दिया कि वे अपने सदस्यों के साथ अधिक से अधिक तादाद में दिल्ली पहुंचेंगे.
बैठक में पूर्वी भारत के समन्वयक जनाब एजाजुर रहमान, रायपुर से एफसीआई रिटायर्ड एम्प्लॉयज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष यू वरदराजन एनएमडीसी के जीपी सिंह, बीजे पटनायक, सुजॉय कुमार, एनटीपीसी के एचएन यादव, राज्य वन विकास निगम सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नारायण भावसार, आदिम जाति विभाग के जीपी ताम्रकार, बालको सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के महासचिव पीएल सौनी, बचेली के आरएल साहू, डी साहू, किरंदुल के डीआर यादव एवम जफर अली, एचएससीएल रिटायर्ड एम्प्लॉय एसोसिएशन के अध्यक्ष जनाब कुरेशी, मार्कफेड के अध्यक्ष डीके गोरहा, भिलाई के केएस ठाकुर, दुर्ग के एके सिंह, एके राजपूत एवम अन्य नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए.