नई दिल्ली . राजधानी के लोग बीते दस दिन से प्रदूषण भरी जहरीली हवा में सांस ले रहे हैं. चिंता की बात यह है कि हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. सोमवार को तीन इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार चला गया. यानी इन इलाकों की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है.
साफ हवा के लिहाज से दिल्लीवालों के लिए इस बार गर्मी और मानसून का सीजन अच्छा बीता, लेकिन मानसून की वापसी के बाद से ही प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हो रही है. 12 अक्तूबर से लगातार पांच दिन तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पार यानी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही. पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में बदलाव आया और वायु गुणवत्ता सूचकांक सुधरकर 89 के अंक पर पहुंच गया. यानी, हवा संतोषजनक श्रेणी में पहुंच गई. पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के बाद 21 अक्तूबर को वायु गुणवत्ता फिर से खराब श्रेणी में पहुंच गई. इसके बाद से लगातार ही लोगों को खराब या बेहद खराब श्रेणी की हवा में सांस लेनी पड़ रही है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 347 के अंक पर रहा. इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है. रविवार को यह 325 था.
गंभीर स्थिति की तरफ बढ़ रही गुणवत्ता
चिंता की बात यह है कि दिल्ली की हवा गंभीर स्थिति की तरफ बढ़ रही है. सोमवार को दिल्ली के इलाकों रोहिणी, वजीरपुर और मुंडका का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक के पार चला गया. कई इलाके ऐसे भी हैं जहां का सूचकांक 400 के अंक के करीब है. सीपीसीबी के अनुसार, सोमवार की शाम पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 309 और पीएम 2.5 का स्तर 151 पर रहा.