नई दिल्ली. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने औद्योगिक क्षेत्रों में सड़कों एवं फुटपाथों की मरम्मत और सफाई का काम 15 नवंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने नरेला, भोरगढ़ और बवाना औद्योगिक क्षेत्रों का जायजा भी लिया.
उपराज्यपाल ने उद्योगों की स्थिति और कामकाज शुरू करने के लिए बुनियादी ढांचे की कमी पर हैरानी जताई. उन्होंने डीएसआईआईडीसी, एमसीडी और डीडीए समेत सभी संबंधित एजेंसियों को क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को व्यापार के अनुकूल बनाने के निर्देश दिए. वह इस बात से नाराज दिखाई दिए कि 10 वर्षों से उत्तरी दिल्ली के भोरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में कोई उन्नयन कार्य नहीं किया गया. इसके लिए क्षेत्र में चिह्नित 3971 भूखंडों में से मुट्ठी भर इकाइयां ही काम कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि 1996 में सुप्रीम कोर्ट ने जब गैर घरेलू क्षेत्रों से उद्योगों को निर्दिष्ट औद्योगिक क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था, तब से स्थिति जस की तस बनी है. यहां तक की क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं.
लटकते तारों को हटाने का निर्देश दिया उपराज्यपाल ने कहा कि जब यहां पर स्थानांतरित उद्योग ही दोबारा काम शुरू करने की स्थिति में नहीं हैं तो दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्रों मे निवेश की उम्मीद कैसे की जा सकती है? उन्होंने निजी बिजली वितरण कंपनी को विशेष रूप से नरेला औद्योगिक क्षेत्र में लटकते तारों को हटाने का निर्देश दिया. बवाना में उद्योग मालिकों के संघ ने उपराज्यपाल का ध्यान क्षेत्र में बनीं अवैध इमारतों और भूखंड आवंटियों द्वारा भवन उप नियमों का उल्लंघन करने की तरफ दिलाया.