सुनील जोशी, अलीराजपुर। रोजगार की तलाश में बड़ी संख्या में अलीराजपुर जिले से अपने बूढ़े माता पिता को घरों पर छोड़कर पूरे परिवार के साथ गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के शहरों में पलायन कर चुके हैं। जहां जाकर वे मेहनत-मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। वहीं ग्रामीणों की इतनी बड़ी संख्या में पलायन करने से मतदान प्रतिशत में कमी आने का संकेत मिल रहा है।
रोजगार के सिलसिले में भरी मात्रा में ग्रामीणों के दूसरे राज्य जानें से आगामी 17 नवंबर को प्रदेश में विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत में कमी आ सकती है। यदि हम पिछले वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों की बात करे तो अलीराजपुर जिले के जोबट विधानसभा क्षेत्र में केवल 52.84 प्रतिशत मतदान हुआ था। जो कि प्रदेश की 230 सीटों में सबसे कम था।
वहीं वर्तमान में अलीराजपुर जिले से लगभग 85 हजार मतदाता मजदूरी के लिए पलायन कर चुके हैं। ऐसे में मतदान का प्रतिशत बढ़ाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर अलीराजपुर कलेक्टर अभय अरविंद बेडेकर ने एक पहल कर कॉल सेंटर शुरू किया। जिसके द्वारा लगातार तीन से चार हजार मतदाताओं से प्रतिदिन संपर्क किया जा रहा है और पलायन कर गए ग्रामीणों को मतदान करने के लिए प्रेरित कर बुलाया जा रहा है। इसके बाद ग्रामीणों द्वारा भी मतदान करने के लिए आने की बात कही जा रही है। वहीं कलेक्टर की इस पहल से कहीं ना कहीं मतदान का प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
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